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Monkeypox Virus : यूरोप में बढ़ रही मंकीपॉक्स की दहशत ! क्या भारत को भी चिंता करने की जरूरत है ?

मंकीपॉक्स वायरस(Monkeypox Virus)एक दुर्लभ बीमारी है, जो चेचक के जैसी होती है. यह चूहों या बंदरों जैसे संक्रमित जीवों से मनुष्य में फैलता है.

भारत के लिए कितना खतरनाक मंकीपॉक्स वायरस ? भारत के लिए कितना खतरनाक मंकीपॉक्स वायरस ?
हाइलाइट्स
  • 1958 में पहली बार खोजा गया था मंकीपॉक्स वायरस

  • कोरोना की तरह तेजी से नहीं फैलता मंकीपॉक्स वायरस

यूरोप में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में लोगों के मन में डर बढ़ता जा रहा है. यूरोप में ब्रिटेन, इटली, पुर्तगाल, स्पेन और स्वीडन में सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे हैं. बढ़ते मामलों के देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इस पर चिंता जताई है और मामले बढ़ने को लेकर चेतावनी जारी कर दी है. इन सब के बीच, जो सवाल उठता है वह है कि क्या भारत को भी 'मंकीपॉक्स वायरस' को लेकर चिंता करनी करनी चाहिए, क्या भारतीयों के भी इससे परेशान होने की जरूरत है. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुमान के अनुसार, हर साल लगभग एक दर्जन अफ्रीकी देशों में हजारों मंकीपॉक्स संक्रमण होते हैं. मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है, जो चेचक के जैसी होती है. यह चूहों या बंदरों जैसे संक्रमित जीवों से मनुष्य में फैलता है. यह पहली बार नहीं है कि इसके मामले सामने आए हैं. इससे पहले भी कई बार यह वायरस लोगों को परेशान कर चुका है. 

क्या भारत के लोगों को मंकीपॉक्स से डरना चाहिए ? 

फिलहाल भारत को इससे डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि भारत में इसका अभी कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन, यूके में जिस तरह से इसके फैसले की खबर सामने आ रही है. ऐसे में सभी देशों के इससे अलर्ट रहने की जरूरत है. 

मंकीपॉक्स क्या है और कहां पहली बार खोजा गया था ?

यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार मंकीपॉक्स को पहली बार 1958 में पहली बार खोजा गया था. इस बीमारी का पता पहली बार तब लगा जब रिसर्च के लिए रखी गई बंदरों की कॉलोनियों में चेचक जैसी बीमारी के दो प्रकोप देखे गए. इसलिए ही इसका नाम मंकीपॉक्स रखा गया (Monkey + Pox)

मंकीपॉक्स वायरस के लक्षण क्या हैं ?

इसमें बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, कंपकंपी और थकावट शामिल हैं. आमतौर पर पांच से छह दिन बाद इसका असर देखने को मिलता है. लोग ज्यादात इसमें और चिकनपॉक्स में कन्फ्यूज हो जाते हैं, क्योंकि यह दोनों एक जैसे दिखते हैं. 

मंकीपॉक्स को लेकर क्या हैं ताजा हालात ?

इस समय यूरोप के कुल 9 देशों में मंकीपॉक्स ने जोरदार दस्तक दी है. इसमें बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, पॉर्चुगल, स्पेन, स्वीडन और ब्रिटेन शामिल हैं. इसके अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में भी मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ाई है. 

क्या महामारी बन पाएगा 'मंकीपॉक्स वायरस' ? 

एक्सपर्ट का मानना है कि मंकीपॉक्स वायरस महामारी नहीं पाएगा. इसका सबसे बड़ा कारण है कि यह कोरोना की तरह तेजी से नहीं फैलता है. Robert Koch Institute के प्रोफेसर फैबियन बताते हैं कि ऐसा मुश्किल लगता है कि ये एपिडेमिक ज्यादा लंबा खिचने वाला है. इस बीमारी के मामलों को आसानी से आइसोलेट किया जा सकता है. 

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