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Brinjal in Monsoon: बरसात के मौसम में बैंगन खाना चाहिए या नहीं? जान लीजिए

बैंगन में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं. लेकिन बरसात के मौसम में बैंगन खाने से मना किया जाता है. आखिर क्यों बरसात में बैंगन खाने से रोका जाता है? चलिए इसके पीछे का कारण जानने की कोशिश करते हैं.

Brinjal Recipe (Photo/Meta) Brinjal Recipe (Photo/Meta)

कई लोगों को बैंगन खाना पसंद होता है. लेकिन कहा जाता है कि बरसात के मौसम में बैंगन नहीं खाना चाहिए. इससे वे लोग असमंजस में रहते हैं. लेकिन क्या ये सोच सही है या नहीं? इसको लेकर सबके अपने-अपने तर्क हैं. कई लोगों का कहना होता है कि बरसात में बैंगन जहर हो जाता है, तो कई लोग दावा करते हैं कि बैंगन में बहुत सारे विटामिन्स, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होता है. इसलिए इसे खाना चाहिए. चलिए आपको बताते हैं कि बरसात के मौसम में बैंगन खाना चाहिए या नहीं?

बैंगन खाने के क्या फायदे हैं?
बरसात का मौसम आते ही मंडी में सब्जियों की आवक घटने लगती है. लेकिन कई सब्जियां ऐसी हैं, जो बरसात के दौरान भी मार्केट में भरपूर मात्रा में दिखाई देती हैं. फरवरी से अक्टूबर में मिलने वाले बैंगन को वैसे तो सब्जियों का राजा माना गया है. इसमें कई ऐसे गुण हैं, जो अंदरूनी सेहत को मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं. 

  • इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ब्लड फ्लो को बेहतर करता है. 
  • इस मौजूद फाइबर कब्ज की समस्या दूर करता है और विटामिन्स कई तरह से फायदा देते है. 
  • बैंगन हृदय रोग का खतरा भी कम करने में सहायक है.

बरसात में बैंगन क्यों नहीं खाना चाहिए?
बैंगन के इतने सारे फायदे हैं. लेकिन इसके बावजूद बरसात के मौसम में बैंगन की सब्जी खाने से लोग परहेज करते हैं. Gnttv.com से बातचीत में विशेषज्ञों बताया कि बरसात में पाचन तंत्र वैसे ही सही से काम नहीं करता और ऐसे में कुछ भी गर्म तासीर वाले फल या सब्जी के सेवन से पाचन के खराब होने का खतरा 100 गुणा बढ़ जाता है. बैंगन की तासीर भी गर्म होती है. बैंगन का सेवन करने से शरीर में जलन, एसिडिटी और स्किन एलर्जी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं.

किसको बरसात में बैंगन नहीं खाना चाहिए?
चलिए आपको बताते हैं कि किन लोगों के लिए बैंगन जहर समान है.

  • एलर्जी या खुजली की समस्या वाले लोग तो बिलकुल भी बैंगन न छूएं. ऐसे लोगों की समस्या बरसात में बैंगन के सेवन से बढ़ सकती है.
  • बैंगन में सोलानिन नामक तत्व होता है, जो गैस और एसिडिटी की समस्या को बढ़ा सकता है.
  • आयुर्वेद के अनुसार, बैंगन यूटरस को उत्तेजित कर सकता है, इसलिए प्रेग्नेंसी में इसे लेकर सतर्कता जरूरी है.
  • बैंगन की जगह बरसात में हम कई सारी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं, जैसे कद्दू, करेला, लौकी, भिंडी और टमाटर. इन सब्जियों में भी खूब फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन पाया जाता है.

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