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Milk Allergy and Side Effects: दूध सेहत का खजाना है… लेकिन हर किसी के लिए नहीं! जानिए किन लोगों को दूध से दूरी बनानी चाहिए

अगर आप दूध नहीं पी सकते, तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं. बादाम दूध, सोया दूध, ओट दूध और नारियल दूध जैसे प्लांट-बेस्ड ऑप्शन आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं. ये न सिर्फ लैक्टोज-फ्री होते हैं बल्कि हेल्दी न्यूट्रिएंट्स से भी भरपूर होते हैं.

Side effects of milk Side effects of milk

दूध को हमेशा से “सुपरफूड” माना जाता है. बचपन से ही हमें यही सिखाया गया है कि दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं, शरीर को ताकत मिलती है और सेहत दुरुस्त रहती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दूध हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं है? जी हां, कुछ लोगों के लिए दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स जहर साबित हो सकते हैं. अगर आपको भी बिना सोचे-समझे रोज दूध पीने की आदत है, तो यह खबर आपके लिए है.

किन्हें दूध से दूरी बनानी चाहिए?

1. लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले लोग
भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लाखों लोग लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या से जूझ रहे हैं. ऐसे लोगों के शरीर में लैक्टेज एंजाइम नहीं बनता, जिसकी वजह से दूध में मौजूद शुगर (लैक्टोज) पच नहीं पाता. नतीजा- दूध पीते ही पेट फूलना, गैस, दस्त या पेट दर्द जैसी दिक्कतें. अगर आपको भी ये लक्षण दिखें, तो दूध से दूरी बनाना ही बेहतर है.

2. एलर्जी वाले लोग
कुछ लोगों को दूध में मौजूद प्रोटीन से एलर्जी होती है. ऐसे मामलों में दूध पीने के बाद चकत्ते, खुजली, सांस लेने में दिक्कत या उल्टी जैसे लक्षण नजर आते हैं. यह साधारण असहजता नहीं बल्कि सीरियस एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है. बच्चों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है.

3. पिंपल्स या स्किन प्रॉब्लम्स वाले लोग
कई रिसर्च यह साबित कर चुकी हैं कि दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स का ज्यादा सेवन करने से एक्ने और पिंपल्स बढ़ सकते हैं. खासतौर पर स्किम्ड मिल्क (फैट-फ्री दूध) हार्मोनल बदलाव करके स्किन को बिगाड़ सकता है. अगर आपकी स्किन बार-बार खराब हो रही है, तो दूध से दूरी बनाना समझदारी है.

4. दिल के मरीज
फुल-फैट दूध में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होता है, जो दिल के मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. यह ब्लड वेसल्स को ब्लॉक कर सकता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है. ऐसे लोगों को डॉक्टर अक्सर लो-फैट या प्लांट-बेस्ड मिल्क (जैसे बादाम, सोया या ओट मिल्क) लेने की सलाह देते हैं.

5. कुछ हार्मोनल समस्याओं वाले लोग
दूध में मौजूद हार्मोन शरीर के हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित कर सकते हैं. पीसीओएस (PCOS) या थायरॉयड जैसी समस्याओं वाले मरीजों को अक्सर डॉक्टर डेयरी प्रोडक्ट्स सीमित करने की सलाह देते हैं.

क्या है विकल्प?
अगर आप दूध नहीं पी सकते, तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं. बादाम दूध, सोया दूध, ओट दूध और नारियल दूध जैसे प्लांट-बेस्ड ऑप्शन आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं. ये न सिर्फ लैक्टोज-फ्री होते हैं बल्कि हेल्दी न्यूट्रिएंट्स से भी भरपूर होते हैं.

याद रखें- दूध सेहतमंद है लेकिन हर किसी के लिए नहीं. अगर आपको भी दूध पीने के बाद पेट दर्द, गैस, स्किन प्रॉब्लम्स या अन्य लक्षण दिखते हैं, तो इसे हल्के में न लें. तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और अपने लिए सही विकल्प चुनें.