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Article 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में आई कमी, आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी आयी तेजी

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) में बताया कि जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में अनुच्छेद 370 (Article 370) को हटाए जाने के बाद आतंकवाद से जुड़ी घटनाएं कम हुई हैं.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
हाइलाइट्स
  • Article 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में आई कमी

  • 1 साल में आए 496 आंतकी मामले सामने

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) में बताया कि जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में अनुच्छेद 370 (Article 370) को हटाए जाने के बाद आतंकवाद से जुड़ी घटनाएं कम हुई हैं.  राय ने कहा, "ओवरऑल आंकड़े बताते हैं कि जम्मू-कश्मीर में नागरिकों और सेना पर आतंकवादी हमलों में कमी आई है."मंत्री ने कहा कि 05 अगस्त, 2019 से 22 नवंबर, 2021 (370 हटने के बाद से 841 दिन) तक, जम्मू-कश्मीर से 496 आतंकी घटनाएं सामने आई हैं.  जबकि अनुच्छेद 370 हटने से पहले इसी अवधि में 843 घटनाएं हुई थीं. उन्होंने यह भी बताया कि 16 अप्रैल, 2017 से 04 अगस्त, 2019 के बीच आतंकवादी घटनाओं में 86 नागरिक और 78 सैन्यकर्मियों ने अपनी जान गंवाई. 

आतंकवाद विरोधी अभियानों  में आयी तेजी 

राय ने नागरिकों को आतंकवाद विरोधी अभियानों से बचाने के लिए सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी.  इनमें आतंकवादियों के खिलाफ अभियान,  प्रतिबंधित संगठनों के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई, नाके पर रात की गश्त और जांच, उचित तैनाती के जरिए सुरक्षा व्यवस्था, सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय बैठकें, सुरक्षा बलों की तरफ से उच्च स्तर की सतर्कता बरतना और आतंकी फंडिंग के मामलों में कानूनी कार्रवाई करने जैसे कई अहम कदम शामिल हैं. एक अलग सवाल के जवाब में राय ने कहा कि दिसंबर 2020 से नवंबर 2021 तक (26 नवंबर तक) पिछले 12 महीनों के दौरान 14 आतंकवादी पकड़े गए हैं और 165 आतंकवादी मारे गए हैं. मंत्री ने मंगलवार को लोकसभा में कहा था कि इस साल 15 नवंबर तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में 40 नागरिक मारे गए हैं और 72 घायल हुए हैं. 

आर्टिकल 370 हटने पर जम्मू-कश्मीर में आए हैं ये बड़े बदलाव

आज जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के 2 साल से ज्यादा हो चुके हैं. इस आर्टिकल के हटने से जम्मू-कश्मीर में बड़े बदलाव देखें गए हैं. आर्टिकल 370 हटने से पहले तक जम्मू-कश्मीर की लड़कियों से शादी करने वाले पुरुषों को वहां का स्थायी निवासी नहीं माना जाता था, लेकिन अब ऐसे पुरुषों को वहां का स्थायी निवासी बनाने की व्यवस्था की गई है. अब घाटी के के बाहर के लोग वहां पर जमीन खरीद सकते हैं. सभी सरकारी कार्यालयों और संवैधानिक संस्थानों पर भी राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाने लगा है.