
अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान AI171 टेकऑफ के कुछ ही सेकेंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस विमान हादसे में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, जबकि एकमात्र जीवित बचे यात्री ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुमार रमेश हैं. रमेश सीट 11A पर बैठे हुए थे.
दोपहर लगभग 1:38 बजे विमान ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरी. टेकऑफ के लगभग 30 सेकंड बाद विमान ने कंट्रो खो दिया और बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से जा टकराया. इस दुर्घटना में विमान में सवार सभी 12 क्रू मेंबर्स और 229 यात्री सहित कुल 241 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा, विमान के मलबे से हॉस्टल में मौजूद 28 ट्रेनी डॉक्टर्स की भी मौत हो गई.
सीट 11A पर बैठे हुए थे हादसे में बचे रमेश
विश्वास कुमार रमेश सीट 11A पर बैठे हुए थे. यह सीट विमान के इमरजेंसी एग्जिट के पास थी, जिससे उन्हें विमान से बाहर निकलने में मदद मिली. रमेश ने बताया कि दुर्घटना के बाद उन्होंने इमरजेंसी एग्जिट से कूदकर अपनी जान बचाई. हालांकि वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, लेकिन उनकी हालत स्थिर है. उनके भाई भी विमान में सवार थे, लेकिन वह इस हादसे में जान गंवा बैठे.
रमेश कुमार अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं. PM मोदी ने शुक्रवार को उनसे मुलाकात की और हालचाल जाना. दोनों के बीच करीब 10 मिनट बातचीत हुई.
बता दें, विमान में सवार 242 लोगों में से 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक थे. इसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे, जिनकी इस हादसे में मृत्यु हो गई.
PM मोदी बोले- हमारी संवेदनाएं पीड़ितों के साथ
पीएम मोदी ने X पोस्ट में लिखा- 'आज अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा किया. तबाही का मंजर बेहद दुखद है. राहत और बचाव कार्य में जुटी टीमों और अधिकारियों से मुलाकात की, जो लगातार मेहनत कर रहे हैं. इस त्रासदी में जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं.'
उन्होंने कहा- इस विमान दुर्घटना से हम सभी बेहद दुखी और स्तब्ध हैं. इतने लोगों की अचानक और दिल तोड़ देने वाली मौत को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. अपनों को खोने वाले परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदना प्रकट करते हैं. हम उनके दर्द को समझते हैं और जानते हैं कि इस हादसे से जो खालीपन बना है, उसे भरने में सालों लग जाएंगे.