
मुंबई का इतिहास समंदर के इर्दगिर्द रहा है. मुंबई की प्रगति में समुद्र और आसपास रहने वाले मछुआरों का योगदान काफी रहा है. ऐसे में माना यही जाता है कि मुंबई को प्रगति के मार्ग पर पहुंचाने में मछुआरा समाज की अहम भूमिका रही है. मुंबई में एक आर्ट फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. जो समंदर और मछुआरों पर है.
ससून डॉक पर आर्ट फेस्टिवल-
ससून डॉक को मुंबई का धरोहर माना जाता है. ऐसे में मुंबई में चुनिंदा लोग ही होंगे, जिनको मुंबई का इतिहास पता होगा. ऐसे में स्टार्ट इंडिया और एशियन पेंट्स की तरफ से ससून डॉक मुंबई में आर्ट फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. स्टार्ट इंडिया फाउंडेशन का ये फेस्टिवल तीन महीने तक चलेगा.
2014 से आयोजित हो रहा फेस्टिवल-
इस फेस्टिवल में लैंडमार्क म्युरल्स, अनुभवात्मक प्रदर्शनियां, इमर्सिव इंस्टॉलेशन और सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है. यह आर्ट फेस्टिवल साल 2014 में शुरू किया गया था. इस साल की थीम मुंबई के समुद्र और वहां रहने वाले लोगों पर आधारित है. इस आर्ट फेस्टिवल में तकरीबन 60 कलाकारों ने हिस्सा लिया है और अपनी कला को सबके सामने रखा है.
सिटी इन फ्लक्स पर आधारित पहला संस्करण-
मुंबई आर्ट फेस्टिवल का पहला संस्करण "सिटी इन फ्लक्स" के विचार पर आधारित है. जहां शहर, पानी की तरह, झरझरा, पुनर्जीवित और तरल है. विरोधाभासों और सह-अस्तित्व का एक शहर, जहां हमेशा कल्पना, सौंदर्य, अंधकार और सबसे बढ़कर जटिलताओं के लिए जगह होती है. एक अधिकतम शहर, जो एक बंदरगाह शहर होने के अपने चरित्र में बहुमुखी प्रतिभा और गतिशीलता को जारी रखता है, जहां जगह और जुड़ाव का हर इंच आपस में परिवरर्तित होते रहता है. मुंबई को दिखाने वाला यह अपनी तरह का अलग आर्ट फेस्टिवल है, जो लोगों को अपनी तरफ खिंच रहा है.
ये भी पढ़ें: