
महाराष्ट्र के धाराशिव जिले में लोकमंगल मल्टीस्टेट को-ऑपरेटिव सोसाइटी के तुलजापुर ब्रांच में काम करने वाला चपरासी दत्ता कांबले, अचानक 2.1 करोड़ रुपये की नकदी और सोना लेकर गायब हो गया. यह वही सोना था जो गरीब मजदूरों और छोटे कारोबारियों ने गिरवी रखा था. तीन साल से संविदा पर काम कर रहे कांबले ने धीरे-धीरे अफसरों का इतना भरोसा जीत लिया था कि उसे लॉकर और कैश हैंडलिंग की जिम्मेदारी तक मिल गई.
सेक्स वर्कर्स की मदद से पकड़ा गया आरोपी
3 अगस्त को जब ब्रांच खुली तो पता चला कि लॉकर से 34.6 लाख रुपये नकद और करीब 2.7 किलो सोना गायब है. पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और जांच स्थानीय अपराध शाखा (LCB) को सौंपी गई. आरोपी ने चोरी की पूरी योजना पहले से बना रखी थी.
लेकिन जांच के दौरान पुलिस को एक अहम सुराग मिला. कांबले कई शहरों की सेक्स वर्कर्स से संपर्क में रहता था. पुलिस ने इन्हीं 22 महिलाओं की मदद ली और उनके जरिए आरोपी तक पहुंचने की प्लानिंग की.
पुलिस ने जाल बिछाकर पकड़ा
पुलिस ने एक जाल बिछाया और जब कांबले उनमें से एक महिला से मिलने पहुंचा तो उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस ने उसके पास से 11 लाख रुपये नकद और 2.1 किलो सोना बरामद किया है. पुलिस ने बीएनएस की धारा 331(3), 331(4) और 305 के तहत मामला दर्ज किया है.
एसपी ऋतु खोकर ने बताया कि यह चोरी उन लोगों की जमा पूंजी से जुड़ी थी, जो रोज मेहनत कर अपने गहने गिरवी रखते थे. घटना के बाद पूरे इलाके में डर और नाराजगी का माहौल था, लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी से अब लोगों को राहत मिली है.