scorecardresearch

जानिए क्यों अंग्रेज अफसर की प्रतिमा तमिलनाडु सरकार ब्रिटेन में लगवा रही है

ब्रिटिश इंजीनियर के प्रयासों के कारण तमिलनाडु के पांच जिलों में 2.19 लाख एकड़ भूमि सिंचित है और तमिलनाडु सरकार उन्हें उचित श्रद्धांजलि देना चाहती है. उनके प्रति प्यार और सम्मान प्रकट करने के लिए यूके में उनकी प्रतिमा स्थापित करने का फैसला लिया गया है.

ब्रिटिश इंजीनियर कर्नल जॉन पेनीकुइक ब्रिटिश इंजीनियर कर्नल जॉन पेनीकुइक
हाइलाइट्स
  • अंग्रेज अफसर ने कराया था मुल्लापेरियार बांध का निर्माण

  • जॉन पेनीकुइक ने अपनी संपत्तियों को बेचकर पूरी की परियोजना

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने यह घोषणा की है कि राज्य सरकार ब्रिटेन के कैम्बर्ली स्थित पार्क में ब्रिटिश इंजीनियर कर्नल जॉन पेनीकुइक की एक प्रतिमा स्थापित करेगी. ब्रिटिश इंजीनियर के जन्मदिन पर एमके स्टालिन ने यह घोषणा की. तमिलनाडु सरकार ने यह घोषणा क्यों की और इसके पीछे क्या कारण है, आइये जानते हैं.

पेरियार नदी पर कराया था मुल्लापेरियार बांध का निर्माण
कर्नल जॉन पेनीकुइक केरल के इडुक्की जिले में पेरियार नदी पर मुल्लापेरियार बांध का निर्माण कराया था. बांध का स्वामित्व केरल सरकार के पास है जबकि इसका संचालन और प्रबंधन तमिलनाडु सरकार करती है. स्टालिन ने बताया कि पेनीकुइक ने राज्य की कृषि और पेयजल आवश्यकताओं को पूरा किया. विशेष रूप से तमिलनाडु के पांच जिलों थेनी, रामनाथपुरम, मदुरै, डिंडीगुल और शिवगंगा में पानी की कमी को दूर किया. 

अपनी संपत्तियों को बेचकर पूरी की परियोजना
स्टालिन ने कहा कि ब्रिटिश इंजीनियर के प्रयासों के कारण तमिलनाडु के पांच जिलों में 2.19 लाख एकड़ भूमि सिंचित है और तमिलनाडु सरकार उन्हें उचित श्रद्धांजलि देना चाहती है. उनके प्रति प्यार और सम्मान प्रकट करने के लिए यूके में उनकी प्रतिमा स्थापित करने का फैसला लिया गया है. सीएम ने बताया कि बांध के निर्माण के दौरान ब्रिटिश सरकार परियोजना निधि बंद कर दी थी. इसके बाद पेनीकुइक इंग्लैंड गए और अपनी संपत्तियों को बेच दिया. फिर खुद के पैसे लगाकर परियोजना को पूरा किया.