कला, संस्कृति, इतिहास, संविता, वीरता, धीरता, अलग अलग गुणों से युक्त इस नगरी में, सभी प्रकार की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए आकाशवाणी केन्द्र की महती भूमिका होती है. ऐसे में इस केन्द्र का खुलना ही अपनेआप में बड़ी बात है. ये बात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आकाशवाणी केंद्र उज्जैन के विधिवत लोकार्पण अवसर पर कही. सीएम डॉ. यादव ने कहा कि मैं उम्मीद करता हू कि यह फुल फ्लैश आकाशवाणी का केन्द्र सभी प्रकार की प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा. बुधवार को सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आकाशवाणी केन्द्र का शुभारंभ किया. इस अवसर पर आकाशवाणी केन्द्र के महानिदेशक राजीव कुमार जैन विशेष रूप से उपस्थित थे. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से उज्जैन जैसे सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक नगर में आकाशवाणी केंद्र का स्थानीय प्रसारण शुरू होना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है. आकाशवाणी आजादी से पहले से कला, संस्कृति, इतिहास और सभ्यता को संजोने का बड़ा माध्यम रहा है. डॉ. यादव ने केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरूगन और आकाशवाणी महानिदेशक का आभार व्यक्त करते हुए प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं.
स्थानीय लोगों को होने वाले फायदे
आकाशवाणी केंद्र के शुभारंभ से स्थानीय कलाकारों को रोजगार तो मिलेगा ही, साथ ही साथ सिंहस्थ महापर्व की तैयारियों और योजनाओं से जुड़ी जानकारी जनता तक आसानी से पहुंचेगी. आकाशवाणी केन्द्र से एफएम पर सुबह 5.55 से रात 11.10 बजे तक प्रसारण किया जाएगा. जिसका कवरेज क्षेत्र 25 से 30 किलोमीटर तक रहेगा. केंद्र के संचालन के लिए उज्जैन के करीब 70 युवाओं को उद्घोषक, मालवी कार्यक्रम, महिला सभा, ग्राम सभा, युववाणी आदि के लिए ट्रेनिंग देकर भर्ती प्रक्रिया की गई है. आकाशवाणी के महानिदेशक राजीव कुमार जैन ने बताया कि स्थानीय प्रसारण की शुरुआत आज से शुरू हो चुकी है, जो प्रतिदिन लगभग 6 घंटे का होगा. अभी तक जो विविध भारती का रिले होता था, उसे कुछ कम किया जाएगा और उसकी जगह स्थानीय कार्यक्रमों का समय बढ़ाया जाएगा. उज्जैन और आसपास के क्षेत्र के श्रोताओं की उपेक्षाओं को पूरी करने के लिए स्थानीय बोली मालवी में कार्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं. इससे स्थानीय कला, संस्कृति, परंपरा और धरोहर को सुरक्षित रखने और प्रसारित करने में मदद मिलेगी. जैन ने बताया कि आकाशवाणी वर्तमान में 23 भाषाओं और 182 स्थानीय बोलियों में प्रसारण करता है, और इस विविधता के कारण आकाशवाणी दुनिया का सबसे बड़ा रेडियो नेटवर्क है. 'बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय' हमारा आदर्श वाक्य है और आकाशवाणी उसी भावना के साथ कार्य करता है.
(रिपोर्ट संदीप कुलश्रेष्ठ)
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