
बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर तोड़-फोड़ हुई. कुछ लोगों ने उनके घर के बाहर लगे बूम बैरियर को तोड़ दिया और सीसीटीवी कैमरे को भी नुकसान पहुंचाया. कहा जा रहा है कि यह हमला बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने किया है.
हालांकि, बीजेपी का कहना है कि उनके कार्यकर्ताओं ने सिर्फ सीएम के घर के बाहर धरना दिया था क्योंकि वे 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म पर दिए केजरीवाल के बयान से नाराज हैं. और उन्होंने कोई तोड़-फोड़ नहीं की है.
इस सबके बीच पुलिस ने मामले दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है. उन्होंने इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है. साथ ही, उन्हें जेड प्लस सुरक्षा दी गई है. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब अरविंद केजरीवाल पर इस तरह का हमला हुआ है.
पहले भी लगी है सुरक्षा में सेंध
अगर बात इस मामले से शुरू करें तो मार्च 2022 से पहले अरविंद केजरीवाल पर अलग-अलग समय पर लगभग 10 बार हमले हो चुके है.
2019 में हुआ हमला:
2019 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार कर रहे थे. तभी एक युवक ने जीप पर चढ़कर उनपर हमला करने का प्रयास किया.
2018 में भी हुई कोशिश:
2018 में नवंबर के महीने में अपने ही दफ्तर के बाहर सीएम पर हमला हुआ था. दिल्ली सचिवालय में एक शख्स ने उनपर मिर्च पाउडर फेंककर उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी.
2016 में दो बार साधा निशाना:
2016 में अलग-अलग महीनों में उनपर हमला हुआ. एक बार जनवरी के महीने में एक महिला ने उनपर स्याही फेंक दी तो दूसरी बार फरवरी माह में उनकी खड़ी कार के साथ तोड़-फोड़ की कोशिश की गई. यह घटना लुधियाना शहर में हुई थी.
2014 में कई बार हुए हमले:
2014 में केजरीवाल कई बार निशाना बनाए गए. सबसे पहले हरियाणा के भिवानी में एक रोड शो के दौरान एक युवक ने उनकी गर्दन पर हमला किया था. इसके बाद दिल्ली में रोड शो करते समय कोशिश की गई लेकिन इस बार आरोपी को केजरीवाल समर्थकों ने उसे पकड़ लिया था.
वहीं, एक बार दिल्ली के सुल्तानपुरी में एक ऑटो ड्राइवर ने केजरीवाल को थप्पड़ मार दिया था. और फिर लोकसभा चुनावों के दौरान उनके ऊपर स्याही फेंकी गई.
2013 में स्याही फेंकी गई:
साल 2013 में केजरीवाल पहली बार सत्ता में आए थे. इस साल भी एक व्यक्ति ने उनपर स्याही फेंकी थी. हालांकि तब पुलिस ने आरोपी को तुरंत पकड़ लिया था.
मुख्यमंत्री बनने से पहले हमला:
2011 में मुख्यमंत्री बनने से पहले भी उनपर हमला हुआ था. तब वह दिल्ली में धरना-प्रदर्शन कर रहे थे.