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Delhi MCD Mayor Election: दिल्ली में आज होंगे नगर निगम के मेयर के चुनाव, जानिए कैसे कांग्रेस बदलेगी समीकरण

आज दिल्ली में नगर निगम के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थाई समिति के सदस्यों के लिए चुनाव हो रहा है. चुनाव के लिए वोटिंग सुबह 11 बजे से शुरू होगी.

MCD Mayor Election MCD Mayor Election
हाइलाइट्स
  • सुबह 11 बजे से शुरू होगी वोटिंग

  • पहली बार पूरी दिल्ली के वार्ड पार्षद एक साथ सदन में

आज दिल्ली नगर निगम में मेयर, डिप्टी मेयर समेत स्थायी समिति के 6 सदस्यों का चुनाव होने जा रहा है. दिल्ली नगर निगम में आप और बीजेपी ने इस चुनाव में अपने कैंडिडेट उतारे हैं, वहीं कांग्रेस ने इस चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है. कांग्रेस पार्टी के इस फैसले ने सबको चौंका दिया है और साथ ही, आप व बीजेपी के लिए कई समीकरण इसके बाद बदल गए हैं.

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस के निगम पार्षद सिविक सेंटर में होने वाले दिल्ली नगर निगम के लिए मेयर और डिप्टी मेयर सहित स्थायी समिति के होने वाले चुनावों का हिस्सा नही बनेगी. उनका कहना है कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को बहुमत दिया तो केजरीवाल अपना मेयर बनाएं और दिल्ली की जनता की सेवा करें. 

सुबह 11 बजे से शुरू होगी वोटिंग
आपको बता दें कि मेयर चुनाव के लिए वोटिंग सुबह 11 बजे से शुरू होगी. स्टैंडिंग कमिटी यानी स्थाई समिति के 6 सदस्यों का चुनाव सदन से होगा. इनके अलावा, 12 और सदस्य चुने जाएंगे लेकिन वह दिल्ली नगर निगम के 12 जोन से आएंगे. पूरा दिल्ली नगर निगम 12 जोन में बंटा है. ऐसे में, हर जोन से एक-एक सदस्य स्टैंडिंग कमेटी में आएगा. 

ये हैं उम्मीदवार 
मेयर पद के लिए बीजेपी ने रेखा गुप्ता तो आप ने शैली ओबरॉय को मैदान में उतारा है. वहीं, डप्टी मेयर के लिए वीजेपी से कमल बागड़ी तो आप से आले मोहम्मद इकबाल चुनाव लड़ रहे हैं. स्थाई समिति के लिए 6 सीटों पर सात उम्मीदवार खड़े हैं. आप से आमिल मलिक, रमिंदर कौर, मोहिनी जीनवाल और सारिका चौधरी तो वहीं, बीजेपी कमलजीत शेहरावत, गजेंद्र दराल और पंकज लूथरा चुनाव लड़ रहे हैं. 

सफेद, हरे और पिंक कलर के बैलेट बॉक्स  
एकीकृत नगर निगम के पहली महिला मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए निगम सचिव कार्यालय ने सिविक सेंटर ए ब्लॉक में चौथी मंजिल पर सदन में जीते हुए पार्षदों समेत सभी वोटर्स के बैठने के साथ ही, वोटिंग करने के लिए सदन अध्यक्ष के सामने वाले एरिया में तीन तरह के बैलट बॉक्स लगा दिए हैं. सफेद रंग का बैलट बॉक्स मेयर के लिए, हरे रंग का उपमहापौर के लिए और सदन में स्टैंडिंग कमेटी के चुने जाने वाले 6 सदस्यों के लिए पिंक कलर का बैलट होगा. 

डायरेक्टर पी एंड आई अमित कुमार ने बताया कि कोई भी वोट कन्फ्यूजन में अवैध ना हो जाए इसके लिए अलग-अलग पोस्ट के लिए अलग-अलग रंगों के बैलट बॉक्स बनाए गए हैं. सभी बैलट बॉक्स सीसीटीवी की नज़र में होंगे. 

पहली बार पूरी दिल्ली के वार्ड पार्षद एक साथ सदन में
उपराज्यपाल के आदेश पर 6 जनवरी को पहले चुने हुए ढाई सौ पार्षदों की शपथ होगी. उसके बाद मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होगा. ऐसा पहली बार होगा जब एकीकृत नगर निगम के कुल ढाई सौ चुने हुए पार्षद एक साथ हाउस में बैठे होंगे. इससे पहले उत्तरी व दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की बैठक इसी सदन परिसर में होती थी और तब वार्ड पार्षदों की संख्या दोनों निगमों में अलग-अलग 104 थी. 

मेयर बनने के लिए चाहिए 138 वोट 
दिल्ली नगर निगम में प्रथम नागरिक यानी मेयर बनने के लिए 138 वोट चाहिए. सभी निर्वाचित ढाई सौ पार्षद दिल्ली के 7 लोकसभा सांसद तीन राज्यसभा सांसद और विधानसभा अध्यक्ष की ओर से 14 मनोनीत विधायक मेयर के चुनाव में वोट करेंगे. आम आदमी पार्टी के 134 जीते हुए पार्षदों के साथ मेयर पद के लिए उम्मीदवार शैली ओबरॉय की जीत पक्की मानी जा रही है. इसके पीछे आम आदमी पार्टी का बहुमत का नंबर है. 

138 वोट पाने वाला उम्मीदवार 1 साल के लिए दिल्ली का मेयर बन जाता है लेकिन इस बार चुनी जाने वाली मेयर का कार्यकाल केवल 3 महीने के लिए है. दिल्ली नगर निगम के एक्ट के मुताबिक मेयर का कार्यकाल हर साल 1 अप्रेल से शुरू माना जाएगा. 

प्रेफरेंशियल वोटिंग से चुने जाएंगे 6 सदस्य
मेयर और डिप्टी मेयर से अलग 6 सदस्यों के चुनाव के लिए प्रेफरेंशियल वोटिंग होगी और फर्स्ट प्रिफरेंस के आधार पर उम्मीदवार जीत जाता है यानी सभी पार्षद उम्मीदवारों की दी हुई लिस्ट में से फर्स्ट, सेकंड, थर्ड प्रेफरेंस चुनते हैं और चुनने का आधार फर्स्ट प्रिफरेंस ही होता है. 

वहीं, 10 मनोनीत पार्षदों के दम पर बीजेपी ने जोन के चुनाव में बढ़त लेने के साथ ही, स्थाई समिति के अध्यक्ष की जमीन तैयार करने में जुट गई है. नरेला और सिविल लाइन जोन में चार-चार पार्षद मनोनीत हुए हैं, वही सेंट्रल जोन में 2 पार्षद मनोनीत किए गए हैं.

ऐसे बदला सिविल जोन का बहुमत
अब सिविल लाइन जोन में पार्षदों की संख्या 19 हो गई है. इस ज़ोन में आम आदमी पार्टी के 9 पार्षद हैं वहीं भाजपा के 10 पार्षद हो गए हैं. जिससे यहां भाजपा का बहुमत हो गया है यही वजह है कि इस ज़ोन की वार्ड समिति अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और स्थाई समिति का सदस्य भाजपा का पार्षद बनना तय है. 

नरेला जोन की स्थिति
इस ज़ोन में आम आदमी पार्टी की तरह भाजपा के भी 10 पार्षद हो गए हैं. साफ है वार्ड समिति के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और स्थाई समिति के चुनाव का परिणाम ऐसी स्थिति में टॉस या फिर पर्ची निकालने के माध्यम से हो सकता है.

सेंट्रल जोन की स्थिति 
यहां पार्षदों की संख्या 25 से बढ़कर 27 हो गई है. यहां भी आम आदमी पार्टी का बहुमत नहीं रहा लेकिन फिर भी वह सबसे बड़ी पार्टी है. लिहाजा, जीत कैसे होगी यह कांग्रेस के पार्षद तय करेंगे यानी साफ है कि कांग्रेस पार्षद जिस दल का समर्थन करेंगे उसका ही पार्षद वार्ड समिति का अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और स्थाई समिति का सदस्य चुना जाएगा. इस जोन में आम आदमी पार्टी के 13 भाजपा के 12 और कांग्रेस के दो पार्षद हैं. 

(राम किंकर सिंह की रिपोर्ट)