Delhi Metro Earning: दिल्ली मेट्रो का बढ़ा किराया, हर साल इतनी कमाई करता है DMRC, जानिए कहां-कहां से आता है पैसा?
दिल्ली मेट्रो दिल्ली के लोगों की लाइफलाइन बन गई है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने किराए में बढ़ोतरी की है. दिल्ली मेट्रो के किराए और पास से डीएमआरसी को अच्छी खासी कमाई होती है. डीएमआरसी हर साल हजारों करोड़ों की कमाई करता है. इसमें सिर्फ दिल्ली मेट्रो ट्रेन का किराया शामिल नहीं है. कई और जगहों से भी डीएमआरसी की कमाई होती है.
दिल्ली मेट्रो में सफर करना अब महंगा हो गया है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी की है. दिल्ली मेट्रो के नए रेट 25 अगस्त सोमवार से लागू हो गए हैं. DMRC ने एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है. दिल्ली मेट्रो के ये नए फेयर सभी रूटों पर लागू हो गए हैं. अब पैसेंजर्स इन नए किराए के हिसाब से दिल्ली मेट्रो में सफर कर पाएंगे.
दिल्ली मेट्रो के किराए में दूरी के हिसाब से 1 से 4 रुपए की बढ़ोतरी की गई है. वहीं एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर दूरी के आधार पर 5 रुपए का किराया बढ़ाया गया है. अब दिल्ली मेट्रो में सबसे कम किराया 11 रुपए है. इससे पहले मेट्रो में सबसे न्यूनतम किराया 10 रुपए था. दिल्ली मेट्रो के किराए में 8 साल बाद बढ़ोतरी हुई है. इससे पहले दिल्ली मेट्रो के फेयर में 2017 में बदलाव हुआ था. DMRC हर साल दिल्ली मेट्रो से हजारों करोड़ रुपए की कमाई करता है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की कमाई सिर्फ दिल्ली मेट्रो के किराए से ही नहीं होती है. कई और जगहों से भी होती है. DMRC कहां-कहां से कमाई करता है? आइए इस बारे में जानते हैं.
एक साल में DMRC की कमाई कितनी है?
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) हर साल हजारों करोड़ की कमाई करता है. साल 2022-23 में डीएमआरसी ने 6,645 करोड़ की कमाई की थी.
साल 2024 में DMRC का रेवन्यू 7661 करोड़ रुपए पहुंच गया है. पिछले साल की तुलना में ये काफी ज्यादा है.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरशन की कमाई हर साल बढ़ती ही जा रही है. 2015 में DMRC की कमाई 3,570 करोड़ रुपए थी. 2024 में कमाई का ग्राफ बढ़कर 7661 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है.
डीएमआरसी को सिर्फ दिल्ली मेट्रो से एक साल में 3 हजार करोड़ से ज्यादा की कमाई होती है. यानी कि DMRC की कमाई का बड़ा हिस्सा टिकट और स्मार्ट कार्ड से ही होता है.
कोविड-19 से पहले दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को दिल्ली मेट्रो से एक दिन में 9-10 करोड़ रुपए की कमाई होती थी. 2025 में दिल्ली मेट्रो से एक दिन में इतनी ही कमाई होती है.
दिल्ली मेट्रो (Photo Credit: Getty)
कहां से कमाई करती है दिल्ली मेट्रो?
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के रेवन्यू का बड़ा हिस्सा रोज चलने वाली ट्रेन से होता है लेकिन ऐसा नहीं है पूरी कमाई यहीं से होती है.
डीएमआरसी की कमाई मुख्य तौर पर चार तरह से होती है, ट्रैफिक ऑपरेशन, रियल एस्टेट, कंसल्टेंसी और बाहरी प्रोजेक्ट.
ट्रैफिक ऑपरेशन से डीएमआरसी की सबसे ज्यादा कमाई होती है. इसमें टिकट बिक्री, स्मार्ट कार्ड, पार्किंग और जुर्माने से मिलने वाला पैसा शामिल होता है.
आपने देखा होगा कि दिल्ली मेट्रो और प्लेटफॉर्म पर तरह-तरह के पोस्टर लगे होते हैं. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ऐसे विज्ञापन से भी कमाई करती है.
दिल्ली मेट्रो के हर स्टेशन के कॉम्प्लेक्स में दुकानें और रेस्टोरेंट भी होते हैं. डीएमआरसी इसका अच्छा-खासा किराया लेती है.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन देश और विदेशों में मेट्रो प्रोजेक्ट को कंसल्टेंसी भी देता है. डीएमआरसी मध्य प्रदेश में स्लीमनाबाद कनाल, मुंबई मेट्रो और पटना मेट्रो को टेक्निकल कंसल्टेंसी दे रहा है. दिल्ली मेट्रो ने कई सारे मेट्रो प्रोजेक्ट्स पर भी काम किया है. इन प्रोजेक्ट्स में ढाका मेट्रो, गुजरात मेट्रो, जयपुर मेट्रो और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलेपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) भी शामिल है. ऐसे प्रोजेक्ट्स से डीएमआरसी की अच्छी कमाई होती है.
दिल्ली मेट्रो में 1 दिन में कितने लोग करते हैं सफर?
दिल्ली वासियों के लिए दिल्ली मेट्रो लाइफलाइन बन गई है. औसतन हर दिन दिल्ली मेट्रो में करीब 46 लाख लोग यात्रा करते हैं.
ये आंकड़ा लोगों के हिसाब से नहीं यात्रा के हिसाब से होता है. यानी अगर कोई व्यक्ति एक ही दिन में दो बार मेट्रो लेता है तो उसे दो यात्राओं के रूप में गिना जाता है.
18 नवंबर 2024 को दिल्ली मेट्रो का अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना. उस दिन करीब 78.6 लाख पैसेंजर ट्रिप्स हुईं.
इसी तरह 20 अगस्त 2024 को लगभग 77.5 लाख ट्रिप हुईं. वहीं 13 अगस्त 2024 को करीब 72.4 लाख यात्राएं हुई थीं.
आमतौर पर दिल्ली मेट्रो में हर रोज 46 लोग पैसेंजर्स ट्रिप होती हैं. त्योहारों या खास मौकों पर ये आंकड़ा बढ़ जाता है.
कब शुरू हुई थी दिल्ली मेट्रो?
दिल्ली में पहली बार मेट्रो 2002 में शुरू हुई थी. दिल्ली मेट्रो का उद्घाटन 24 दिसंबर 2002 को हुआ था. इसी दिन पहली मेट्रो ट्रेन को लोगों के लिए शुरू किया है.
दिल्ली में पहली मेट्रो लाइन रेड लाइन थी जो शाहदरा से तीस हजारी तक बनाई गई. इसकी कुल लंबाई लगभग 8.2 किलोमीटर थी.
दिल्ली मेट्रो का संचालन दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) करता है. DMRC के निर्माण में जापानी संस्था JICA का बड़ा रोल रहा.
दिल्ली मेट्रो का पहला फेज 65 किलोमीटर लंबा था. इसमें कुल 3 लाइनें बनाई गईं- रेड लाइन, येलो लाइन और ब्लू लाइन.
आज दिल्ली मेट्रो की कुल लंबाई 390 किलोमीटर से ज्यादा हो चुकी है. दिल्ली मेट्रो 10 से अधिक लाइनों पर चलती है जो दिल्ली और आसपास के NCR क्षेत्रों को जोड़ती है.