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दिल्ली में कहां से आ रहा इतना प्रदूषण? किस चीज से AQI हुआ बेहद खराब? जानें कब तक मिलेगी राहत!

ऐसे में दिल्ली वालों के लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स चिंता का विषय बन गया है. आज सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 461 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी के बेहद करीब है.

दिल्ली में AQi हुआ बेहद खराब दिल्ली में AQi हुआ बेहद खराब

दिल्ली NCR में सांस लेना भी लोगों के लिए चुनौती बन गया है. सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 461 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी के बेहद करीब है. यह शनिवार की तुलना में भी बदतर स्थिति है. ऐसे में दिल्ली वालों के लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स चिंता का विषय बन गया है.

कितनी खराब है हवा?
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक AQI अगर 400 से ऊपर चला जाए तो उसे 'गंभीर' माना जाता है. 450 से ऊपर की स्थिति को 'गंभीर प्लस' कहा जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होती है. रविवार सुबह दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 से भी ऊपर दर्ज किया गया. 8 बजे तक यह मामूली सुधार के साथ 460 रहा, लेकिन स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है.

मौसम बना सबसे बड़ा कारण
विशेषज्ञों की मानें तो, इस बार प्रदूषण के पीछे सबसे बड़ा कारण मौसम है. पश्चिमी की ओर से चलते शुक्रवार से ही हवा की रफ्तार बहुत कम हो गई है. स्काइमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत का कहना है कि बेहद कम हवा की गति के कारण प्रदूषक हवा में ही फंसे हुए हैं और बाहर नहीं निकल पा रहे.

इसके अलावा दिल्ली की भौगोलिक बनावट भी समस्या को बढ़ाती है. दिल्ली एक तरह से कटोरे जैसी संरचना में बसी है, जहां चारों ओर ऊंचाई और बीच में निचला इलाका है. सर्दियों में ठंडी हवा नीचे रह जाती है और ऊपर गर्म हवा की परत बन जाती है. इससे प्रदूषक जमीन के पास ही अटके रहते हैं. बारिश न होना और धीमी हवा इस स्थिति को और खराब कर देती है.

कोहरे ने बढ़ाई परेशानी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार सुबह घने कोहरे की चेतावनी जारी की थी. पालम एयरपोर्ट पर दृश्यता 350 मीटर और सफदरजंग में सिर्फ 200 मीटर दर्ज की गई, कोहरे और प्रदूषण के इस मेल ने सड़क और हवाई यातायात को भी प्रभावित किया.

अचानक बिगड़े हालात
शनिवार को प्रदूषण का स्तर बेहद तेजी से बिगड़ा. शुक्रवार शाम 4 बजे AQI 349 था, जो शनिवार शाम तक 431 पहुंच गया. दिन के दौरान AQI लगातार बढ़ता रहा और रात 10 बजे यह 457 तक पहुंच गया. इस तेजी से बिगड़ती स्थिति को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने तुरंत ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत पहले स्टेज-3 और फिर शनिवार शाम को स्टेज-4 लागू कर दिया. यह इस सीजन में पहली बार है जब स्टेज-4 के सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं.

GRAP स्टेज-4 में क्या बदला?
दिल्ली के सभी सरकारी और निजी दफ्तरों को 50% कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम की अनुमति देनी होगी.
कक्षा 9 तक और कक्षा 11 के छात्रों के लिए स्कूल हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन + ऑफलाइन) में चलेंगे.
BS-IV और उससे पुराने भारी डीज़ल वाहनों की दिल्ली में एंट्री पर रोक लगा दी गई है.
निर्माण गतिविधियों, सड़क की धूल और कचरा प्रबंधन पर सख्ती बढ़ाई गई है.

एनसीआर में हालात और भी खराब
सिर्फ दिल्ली ही नहीं, पूरा एनसीआर प्रदूषण की मार झेल रहा है. शनिवार को दिल्ली के 39 में से 22 मॉनिटरिंग स्टेशनों पर AQI 400 से ऊपर रहा. देश में सबसे खराब हवा नोएडा की रही, जहां AQI 455 दर्ज किया गया. ग्रेटर नोएडा में यह 442 रहा.

CAQM ने हरियाणा के एनसीआर जिलों, खासकर गुरुग्राम में ट्रैफिक, सड़क की धूल और कचरा प्रबंधन को लेकर नाराजगी जताई है. साथ ही, कूड़ा और बायोमास जलाने पर रोक लगाने के लिए रात में गश्त बढ़ाने और पेट्रोल पंपों पर कैमरों से निगरानी के निर्देश दिए गए हैं.

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