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UP Elections: यूपी में दागी ज्यादा हैं हावी, जानिए पैसे और पढ़ाई का जीत से क्या है कनेक्शन

UP Elections 2022: यूपी में चुनाव तारीखों के एलान के बाद 5 राज्यों में चुनावी बिगुल बज चुका है. यूपी में आचार संहिता लागू हो चुकी है, जहां 7 चरणों में मतदान होना है. इस बीच शहर में लगे पोस्टर और बैनर हटाने का काम किया जा रहा है. चुनाव आयोग ने एलान किया है कि दागी उम्मीदवारों को अपना आपराधिक रिकॉर्ड अखबारों में प्रकाशित कराना होगा. राजनीतिक दलों को बताना होगा कि उन्होंने दागी प्रत्याशियों को क्यों चुना?

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हाइलाइट्स
  • 2019 के बीच जीते 1544 सांसद-विधायकों में से 513 नेता सिर्फ 12वीं पढ़ें हैं

  • यूपी में 7 चरण में होंगे चुनाव

UP Assembly Election 2022: यूपी में चुनाव तारीखों के एलान के बाद 5 राज्यों में चुनावी बिगुल बज चुका है. यूपी में आचार संहिता लागू हो चुकी है, जहां 7 चरणों में मतदान होना है. इस बीच शहर में लगे पोस्टर और बैनर हटाने का काम किया जा रहा है. चुनाव आयोग ने एलान किया है कि दागी उम्मीदवारों को अपना आपराधिक रिकॉर्ड अखबारों में प्रकाशित कराना होगा. राजनीतिक दलों को बताना होगा कि उन्होंने दागी प्रत्याशियों को क्यों चुना. यूपी में दागी और साफ नेताओं की छवि के आंकड़े पर नजर डालें तो आपको रिजल्ट जानकर हैरानी होगी. यूपी में चुनाव लड़ने वाले ज्यादातर नेता दागी विधायक ही हैं. 

क्या कहती है रिपोर्ट?
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक यूपी में आपराधिक केस वाले प्रत्याशियों की जीतने की संभावना 16% और साफ छवि वाले प्रत्याशियों के जीतने की संभावना 5% ही है. वहीं अगर पार्टी के अनुसार देखें तो इस लिस्ट में सबसे पहला नाम बीजेपी का ही आएगा, जहां दागी नेताओं की संख्या 48 प्रतिशत, सपा में 34 प्रतिशत, बसपा में 24 प्रतिशत और कांग्रेस में 10 प्रतिशत है. भाजपा के 473 दागी प्रत्याशियों में से 225, सपा के 541 में से 184, बसपा के 527 में से 125 और कांग्रेस के 325 में से 31 प्रत्याशी जीते. ये आंकड़े यूपी में हुए विधानसभा और लोकसभा चुनाव के हैं. यूपी में साल 2007, 2012, 2017 में विधानसभा और 2004, 2009,2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव के आधार पर हैं. इन चुनावों में कुल 21,229 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा, जिनमें से कुल 1544 सांसद-विधायक बने. इन चुनावों में साफ छवि के 17,490 प्रत्याशी चुनाव में उतरे जिनमें से 940 ही जीते. वहीं बात अगर दागी नेताओं की करें तो 3739 दागी नेताओं में से 604 ही जीते. 

पैसे का कनेक्शन
दागी नेताओं की संपत्ति की बात करें तो 604 दागी सांसद-विधायकों की औसत संपत्ति 4.7 करोड़ है. वहीं आपराधिक केस वाले 3739 प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 3.3 करोड़ है. गंभीर आपराधिक केस वाले 2299 की औसत संपत्ति 4.11 करोड़ रुपये. भारत के 1410 प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 3.73 करोड़, कांग्रेस के 1102 की 4.6 करोड़, बसपा के 1466 की 4.55 करोड़ और सपा के 1329 की 3.35 करोड़ रुपये है.

कितना पढ़े हैं आपके विधायक?
यूपी में 2004 से 2019 के बीच जीते 1544 सांसद-विधायकों में से 513 नेता या तो 12वीं या उससे भी कम पढ़े हैं. इनमें से 212 पर आपराधिक केस और 134 पर गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं. स्नातक व उससे ज्यादा योग्यता वाले 1031 सांसद-विधायक में से 392 पर आपराधिक केस और 246 पर गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं. कुल 21229 प्रत्याशियों में से 11566 बारहवीं या कम पढ़े हैं. इनमें 1722 (15%) पर आपराधिक केस हैं. वहीं स्नातक या ज्यादा योग्यता वाले 9663 में 2017 (21%) पर आपराधिक केस हैं. जबकि 1225 पर गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं.