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गंगाजल परियोजना ग्रेनोवासियों के घरों तक पहुंचने से बस एक कदम दूर, बहुत जल्द सप्लाई होगी शुरू

ग्रेटर नोएडावासियों के घरों तक गंगाजल पहुंचाने की परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है. ग्रेटर नोएडा के जैतपुर स्थित मास्टर रिजर्व वायर से तीन एरिया रिजर्व वायर तक गंगाजल पहुंच गया है. परीक्षण के तौर पर अब यहां से टंकियों तक पानी पहुंचाया जाएगा. उसके बाद घरों में इसकी सप्लाई शुरू की जाएगी.

Gangajal project Greater noida Gangajal project Greater noida
हाइलाइट्स
  • ग्रेनो के मास्टर रिजर्व वायर से एरिया रिजर्व वायर तक बिना लीकेज पहुंचा गंगाजल

  • एरिया रिजर्व वायर से पानी की टंकियों के जरिए घरों तक शीघ्र पहुंचेगा गंगाजल

ग्रेटर नोएडा के लोगों के घरों तक गंगाजल की सप्लाई बहुत जल्द शुरु की जाएगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने बताया कि सितंबर के पहले सप्ताह में गंगाजल ग्रेटर नोएडा के मास्टर रिजर्व वायर पहुंच गया था. वहां से अब तीन एरिया रिजर्व वायर सेक्टर ईटा, गोल्फ कोर्स और नॉलेज पार्क में शारदा विश्वविद्यालय के पास पानी पहुंच गया है. अब यहां से टंकियों में पानी पहुंचाया जाएगा. नॉलेज पार्क में एरिया रिजर्व वायर से नॉलेज पार्क वन, टू और थ्री, ओमेगा वन, पी थ्री, पी फोर व पी-7 सहित अन्य बिल्डर्स एरिया में पानी पहुंचाया जाएगा. सेक्टर ईटा स्थित एरिया रिजर्व वायर से ईटा वन, टू, डेल्टा वन, टू व थ्री में गंगाजल की सप्लाई की जाएगी. गोल्फ कोर्स स्थित एरिया रिजर्व वायर से सेक्टर अल्फा वन, बीटा वन व टू और गामा वन व टू में सप्लाई की जाएगी.

'गंगाजल आपूर्ति से भूजल की होगी बचत'

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के सीईओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि फिलहाल परीक्षण के तौर पर गंगाजल के यूजीआर तक पहुंचाया जा रहा है. टेस्टिंग सफल होने के बाद घरों तक आपूर्ति शुरू की जाएगी. उन्होंने बताया कि मास्टर रिवर्ज वायर से तीनों एरिया रिजर्व वायर तक बिना लीकेज के पानी पहुंच गया है. इसकी तैयारी बीते दो साल से की जा रही थी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने बहुत जल्द घरों तक गंगाजल पहुंचने की उम्मीद जताई है. उन्होंने कहा कि गंगाजल आपूर्ति होने से भूजल की भी बहुत बचत होगी.

एक नजर गंगाजल परियोजना पर

अपर गंगा कैनाल (हापुड़) से 85 क्यूसेक गंगाजल लाने का प्रस्ताव सबसे पहले 2005 में बना और 2012 से 2014 के बीच ग्रेटर नोएडा परिक्षेत्र में जलापूर्ति नेटवर्क तैयार कर लिया गया.  2017 के बाद देहरा से जैतपुर तक 23 किलोमीटर की पाइपलाइन, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, व देहरा में इंटेक (प्रारंभिरक ट्रीटमेंट प्लांट) के निर्माण के कार्य शुरू किए. देहरा से 7.4 किलोमीटर की पाइप लाइन सिंचाई विभाग की जमीन पर की जानी थी, जिसको प्राधिकरण ने 2018 तक पूरा कर लिया. उसके आगे एनटीपीसी से जमीन लेकर पाइपलाइन बिछाई गई.

पल्ला के पास दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन के नीचे से पाइपलाइन डालने का काम हुआ. ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नीचे से पाइपलाइन को पार करते हुए दिसंबर 2021 में गंगाजल पल्ला के डब्ल्यूटीपी तक पहुंच गया. इस बीच कुछ किसान पल्ला में बने डब्ल्यूटीपी पर धरने पर बैठ गए, जिसके चलते काम रुक गया. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह के निर्देश पर एसीईओ अदिति सिंह ने किसानों से वार्ता कर एक जुलाई को धरना खत्म कराया और फिर इस परियोजना पर आगे का काम शुरू हुआ. सितंबर के प्रथम सप्ताह में जैतपुर स्थित मास्टर रिजर्व वायर तक गंगाजल पहुंच गया था.