
गाजियाबाद में देर रात हुई मुठभेड़ ने यह साबित कर दिया कि योगी सरकार में महिला सशक्तिकरण केवल नारों तक सीमित नहीं है, बल्कि मैदान में भी महिला पुलिसकर्मी अपनी बहादुरी से बदमाशों के इरादों को चकनाचूर कर रही हैं.
चेकिंग के दौरान स्कूटी सवार शातिर अपराधी ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की और गोली चलाने की नीयत दिखाई लेकिन महिला पुलिस दल ने प्रशिक्षित अंदाज में जवाबी कार्रवाई की और बदमाश को घायल कर धर दबोचा.
महिला पुलिसकर्मी बनीं कानून की ताकत
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह मुठभेड़ देर रात हुई, जब चौकी लोहियानगर की महिला टीम गश्त पर थी. स्कूटी पर सवार आरोपी ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की. जैसे ही उसने फायरिंग की कोशिश की, महिला पुलिसकर्मियों ने भी जवाबी फायरिंग की. इस कार्रवाई में आरोपी जितेंद्र घायल हुआ और उसे धर दबोचा गया.
गिरफ्तार आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस ने बताया कि जितेंद्र पहले से ही लूट और चोरी के आठ मामलों में वॉन्टेड था. उसके कब्जे से चोरी की स्कूटी, टैबलेट, मोबाइल और अवैध तमंचा बरामद हुआ. इस मुठभेड़ ने साफ कर दिया कि अब अपराधियों को महिला पुलिसकर्मियों से भी डरना होगा.
महिला शक्ति मिशन का जमीनी असर
योगी सरकार की ‘महिला शक्ति मिशन’ जैसी नीतियों का असर अब सीधे जमीनी स्तर पर दिख रहा है. महिला पुलिस दल न केवल प्रशासनिक कामों में बल्कि मुठभेड़ और अपराध नियंत्रण में भी सक्रिय हो गए हैं. यह घटना यह साबित करती है कि अब कानून व्यवस्था मजबूत हो रही है और अपराधियों के हौसले पर महिला पुलिसकर्मियों की बहादुरी भारी पड़ रही है.
कानून व्यवस्था को मजबूत करने में महिलाओं की भूमिका
योगी सरकार की ‘महिला शक्ति मिशन’ जैसी नीतियों का असर अब जमीनी स्तर पर साफ दिखाई दे रहा है, जहां महिला पुलिस दल निडर होकर अपराधियों को चुनौती दे रहे हैं और कानून व्यवस्था को और मजबूत बना रहे हैं.
-मयंक गौड़ की रिपोर्ट