scorecardresearch

हजारीबाग की इस महिला कंपनी ने रचा इतिहास, 1 साल में बेच डाली 2.5 करोड़ रुपये की सब्जियां

झारखंड के हजारीबाग में किसानों की मदद के लिए एक कम्पनी बनाई जिसका नाम चुरचू नारी उर्जा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड रखा गया है. इस कम्पनी के सभी बोर्ड सदस्य महिलाएं हैं. इन लोगों ने सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को एकजुट किया और कंपनी बनाई.

Churchu nari urja Churchu nari urja
हाइलाइट्स
  • 7000 से अधिक महिला किसान कंपनी से जुड़ीं

  • पहले काम में आई काफी समस्या

झारखंड के हजारीबाग की महिला किसानों ने सफलता की ऐसी ऊंची उड़ान भरी है, जिसे आज पूरा देश सलाम कर रहा है. हजारीबाग में कुछ महिलाओं ने इलाके की महिला किसानों को जमा किया और 2018 में एक कंपनी बनाई जिसका नाम दिया चुरचू नारी उर्जा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड. इसमें महिला किसानों को ट्रेनिंग दी गई, तकनीक समझाई गई, बीज दिए गए और महज 3 सालों में ही इस कंपनी ने इतिहास रच दिया. 

झारखंड के हजारीबाग में किसानों की मदद के लिए एक कम्पनी बनाई जिसका नाम चुरचू नारी उर्जा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड रखा गया है. इस कम्पनी के सभी बोर्ड सदस्य महिलाएं हैं. इन लोगों ने सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को एकजुट किया और कंपनी बनाई. 

7000 से अधिक महिला किसान कंपनी से जुड़ीं
आज इस कंपनी की 2500 से अधिक अंक धारक हैं, जिसका 18 लाख रुपये अंश पूंजी है और 7000 से अधिक महिला किसान इस कंपनी में जुटी हैं. इस कंपनी ने पूरे देश भर में सबसे अधिक सब्जियों का व्यापार करने में पहला स्थान बनाया है. ईनाम से जुड़े हजारीबाग के महिला FPO ने पूरे देश भर में कमाल कर दिया. हजारीबाग के अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र चूरचू मे झारखंड का एकमात्र महिलाओं के द्वारा चलाया जाने वाला FPO कार्यरत है. चुरचू नारी ऊर्जा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी का गठन 6 जून 2018 में हुआ था.

महिला किसानों को एकजुट करना है उद्देश्य

इस कंपनी का एकमात्र उद्देश्य महिला किसानों को एकजुट कर उनके जीवन स्तर को ऊंचा करना है. शुरुआती दौर में इन महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा. लेकिन कुछ महिलाओं द्वारा शुरू किया गया यह प्रयास धीरे धीरे रंग लाया. आज इस कंपनी के 7000 से अधिक महिला किसान सदस्य हैं. इस वित्तीय वर्ष में इन्होंने दो करोड़ 75 लाख रुपए की कृषि उत्पाद बेचकर इतिहास रच दिया.  

दिल्ली में किया गया सम्मानित
इन महिलाओं को अपने इस कार्य का इनाम भी मिला. इन्हें दिल्ली में 17 दिसंबर को लाइवलीहुड सम्मिट एफपीओ इंपैक्ट अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का आयोजन रोबो बैंक, नाबार्ड, नीति आयोग के सहयोग से किया गया, जिसमें देशभर के छोटे-बड़े 450 एपीओ ने हिस्सा लिया था. लघु श्रेणी में प्रथम स्थान हासिल करने पर कंपनी की चेयरमैन सुमित्रा देवी का खुशी का ठिकाना नहीं है. उनका कहना है कि यह हमारा प्रयास नहीं, 7000 महिला किसानों की मेहनत का रंग है जो आज पूरे देश भर में दिख रहा है. हम लोगों का उद्देश्य है महिलाओं को एकजुट करना और उनसे खेती संबंधि काम करवाना. 

पहले काम में आई काफी समस्या
मैट्रिक पास सुमित्रा देवी खुद भी मेहनत की और कंप्यूटर का लेखा-जोखा सीखा. कंपनी से जुटी महिला का कहना है कि पहले हम लोगों को काफी समस्या होती थी कि हम लोग अपना सामान कहां बेचे, कैसे उसका उत्पादन करें? लेकिन इस कंपनी ने हमारी सारी समस्याओं का अंत किया है. अब हमारे खेत से ही सारा सामान बिक जाता है. बीज और खाद भी हमें बाजार से सस्ते दाम पर मिल जाते हैं.

(हजारीबाग से बिसमय अलंकार की रिपोर्ट)