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LPG Gas Price: भारत में कैसे तय होती है LPG सिलेंडर की कीमत...क्यों लगातार महंगी हो रही है गैस?

भारत में एलीपीजी की कीमत को एक खास फॉर्मूले से तय किया जाता है. इसके लिए इंपोर्ट पैरिटी प्राइस का इस्तेमाल किया जाता है. आईपीपी फॉर्मूला इंटरनेशनल मार्केट में एलीपीजी गैस की कीमतों के जरिए तय किया जाता है.

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हाइलाइट्स
  • 3.50 रुपये की हुई बढ़ोतरी

  • एक महीने में लगातार दूसरी बार बढ़े दाम

घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में आज से 3.50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. एक सिलेंडर की कीमत अब 1,003 रुपये होगी. पहले यह कीमत 999.50 रुपये थी. इस महीने सिलेंडर की कीमतों में यह दूसरी बढ़ोतरी है जिसकी वजह से पूरे देश में एलपीजी की दर 1,000 रुपये से अधिक हो गई है. 22 मार्च को कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर और फिर 7 मई को समान मात्रा में बढ़ोतरी की गई थी. अप्रैल 2021 के बाद से कीमतों में 193.5 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी हुई है.

क्या है नई कीमतें?
इस प्रकार आज से दिल्ली में घरेलू सिलेंडर की कीमत 1,003 रुपये, मुंबई में 1,002 रुपये, कोलकाता में1,029 रुपये और चेन्नई में 1,018.5 रुपये है. भारत में एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों को तय करने में डॉलर और रुपये का एक्सचेंज रेट और अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क रेट बड़ी भूमिका निभाते हैं. डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट जारी है. खासकर तेल के दाम में बढ़ोतरी के बाद इसमें और गिरावट देखी गई. बुधवार का रिकॉर्ड देखें तो रुपया 17 पैसे की गिरावट के साथ 77.61 प्रति डॉलर के अपने निचले स्तर पर बंद हुआ था.

कैसे तय होती है कीमत?
भारत में एलीपीजी की कीमत को एक खास फॉर्मूले से तय किया जाता है. इसके लिए इंपोर्ट पैरिटी प्राइस का इस्तेमाल किया जाता है. आईपीपी फॉर्मूला इंटरनेशनल मार्केट में एलीपीजी गैस की कीमतों के जरिए तय किया जाता है. भारत में आईपीपी का बेंचमार्क सऊदी अरामको का एलपीजी प्राइस होता है यानी दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपने के आधार पर घरेलू बाजार की कीमत तय होती है. इसके अलावा इंपोर्ट यानी समुद्र के रास्चे दुलाई, इंश्योरेंस, कस्टम ड्यूटी, फ्री ऑन बोर्ड आदि भी कीमत तय करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं. बता दें कि ये सभी कीमतें डॉलर में कोट होती हैं जिन्हें बाद में रुपये में कनवर्ट किया जाता है.

क्यों बढ़ रही है कीमत?
देश में एलपीजी गैस की कीमतों का बढ़ने का कारण रुपया का डॉलर के मुकाबले कमजोर होना भी है. इसके अलावा रूस यूक्रेन युद्ध की वजह से अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में तेल कीमतों की बढ़ने की वजह से एलपीजी गैस की ढुलाई और सप्लाई चेन पर भी असर पड़ा है. इस कारण गैस सिलेंडर की कीमतें पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रही हैं. एलपीजी के दाम में नवंबर 2022 से बढ़ोतरी देखी गई. इस दौरान कोरोना महामारी लगभग धीरे-धीरे कम हो रही थी. इस दौरान तेल और गैसों की मांग में भारी वृद्धि देखी गई और सप्लाई उस अनुसार नहीं हुई. इससे पूरी दुनिया में तेल का संकट बढ़ गया.