
विश्व बैंक आंध्र प्रदेश में एक स्कूली शिक्षा परियोजना के लिए 25 करोड़ डॉलर का कर्ज देगा. इसका फायदा राज्य के 50 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को मिल सकेगा.मंगलवार को जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, ‘‘भारत सरकार, आंध्र प्रदेश सरकार और विश्व बैंक ने 18 नवंबर, 2021 को एक परियोजना के लिए 25 करोड़ डॉलर के करार पर हस्ताक्षर किए. इसका उद्देश्य आंध्र प्रदेश में 50 लाख से अधिक छात्रों की ‘लर्निंग’ या सीखने की क्षमता में सुधार करना है.’’
इस समझौते पर आर्थिक मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव रजत कुमार मिश्रा, आंध्र प्रदेश स्कूली शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव राजशेखर और विश्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक जुनैद अहमद ने हस्ताक्षर किए.
45000 से ज्यादा छात्रों को मिलेगा लाभ
इस परियोजना से सभी ग्रेड के स्कूली छात्रों को फायदा होगा. इस परियोजना से 45,000 से ज्यादा लाभार्थी को फायदा होगा. इस एग्रिमेंट में 6-14 आयु के छात्र शामिल होगें, इसके अलावा 10 लाख की राशी 3-6 साल से ज्यादा के उम्र के बच्चों के लिए आंगनबाड़ी में दिए जाएंगे. आंध्र प्रदेश की सरकार ने कहा कि covid-19 महामारी की वजह से छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ा है. ऐसे में छात्रों की पढ़ाई लिखाई के लिए उठाया गया ये कदम बहुत सराहनीय है. इस परियोजना से आदिवासी ब्लॉकों के 3,500 स्कूलों में एक साल का प्रीस्कूल स्तर का पाठ्यक्रम शुरू करेगी. यह आदिवासी समुदाय के बच्चों के लिए काफी मददगार साबित होगा.
राज्य को आर्थिक मदद भी पहुंचाएगी ये स्कीम
आध्रंप्रदेश के वित्त मंत्रालय ने कहा कि ये परियोजना राज्य को COVID-19 महामारी के बाद हुए नुकसान की भरपाई भी करेगा. साथ ही छोटे बच्चों के लिए मूलभूत शिक्षा को भी मजबूती दोगा.