
भारतीय सेना ने उत्तर कश्मीर के बांदीपुरा जिले की गुरेज घाटी में खैरियत पेट्रोल अभियान चलाकर सरहद के लोगों को राहत और भरोसा दिया. सेना ने घर-घर जाकर लोगों का हालचाल लिया, बच्चों को प्यार बांटा, बड़े बुजुर्गों को गले लगाया और जरूरतमंदों को मदद पहुंचाई. स्थानीय लोगों ने सेना का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया.
सीमा पर तनाव और संघर्ष विराम
पिछले दिनों ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के बीच तनाव और सीमा पर गोलीबारी के चलते कई घरों को नुकसान पहुंचा था. जिंदगी की सलामती के लिए सीमावर्ती गांव के कई परिवारों को पलायन करना पड़ा था. अब जबकि दोनों देशों के बीच सीजफायर है, संघर्ष विराम का पालन हो रहा है तो हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं.
सेना का मानवीय पहलू
भारतीय सेना का यह मानवीय पहलू इसे दूसरे देशों की सेनाओं से अलग बनाता है. जंग के मैदान में दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाली भारतीय सेना शांतिकाल में कैसे अपनों के साथ खड़ी होती है, यह तस्वीर उसी की एक बानगी भर है. स्थानीय लोगों ने भारतीय सेना की इस पहल की सराहना की है. एक स्थानीय निवासी ने कहा कि वे इंडियन आर्मी का बहुत शुक्रगुजार हैं कि हर वक्त इंडियन आर्मी ने यहां के लोगों की सुरक्षा की है.
विकास और रोजगार के लिए अभियान
भारतीय सेना समय-समय पर घाटी के विकास और रोजगार के लिए अलग-अलग अभियान चलाती है. युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ट्रेनिंग कैंप लगाती रहती है ताकि घाटी का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके. भारतीय सेना के इस निस्वार्थ कोशिश से सेना और आम लोगों के बीच रिश्ता और मजबूत हुआ है.