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हिंद महासागर में बढ़ी भारतीय नौसेना की ताकत, देश को मिला INS विशाखापत्तनम

इंड‍ियन नेवी को एक विध्वंसक जहाज मिला है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज देश को आईएनएस विशाखापत्तनम समर्पित क‍िया. आईएनएस विशाखापत्तनम गाइडेड मिसाइल से लैस के साथ 75 फीसदी देशी युद्धपोत है.  ये जहाज अपने वर्ग P15B का पहला विध्वंसक जहाज है. इतना ही नहीं ये भारतीय नौसेना का दूसरा स्वदेशी जहाज है.

आईएनएस विशाखापत्तनम आईएनएस विशाखापत्तनम
हाइलाइट्स
  • भारतीय नौसेना का दूसरा स्वदेशी जहाज है आईएनएस विशाखापत्तनम

  • विशाखापत्तनम भारतीय नौसेना के लिए पहला P15B विध्वंसक है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर योजना के तहत देश के अलग-अलग सेक्टर में विकास हो रहा है. इसी के तहत अब भारतीय नौसेना को एक विध्वंसक जहाज कमीशन किया जा रहा है. मुंबई डॉकयार्ड में होने वाले समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रव‍िवार को देश को आईएनएस विशाखापत्तनम समर्पित क‍िया. आईएनएस विशाखापत्तनम गाइडेड मिसाइल से लैस है. यह 75 फीसदी स्वदेशी युद्धपोत है.

इस युद्धपोत से हिंद महासागर में भारतीय नौसेना को मजबूती मिलेगी. यह जहाज अपने वर्ग P15B का पहला विध्वंसक जहाज है. साथ ही, यह भारतीय नौसेना का दूसरा स्वदेशी जहाज भी है.

भारतीय नौसेना को इस जहाज का इंतजार काफी समय से था, जो अब पूरा हुआ है. दरअसल, चीन दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना को मैदान में उतार रहा है और दो और विमान वाहक का निर्माण कर रहा है. ऐसे में भारतीय नौसेना को लंबे इंतजार के बाद आखिरकार स्वदेशी निर्देशित-मिसाइल विध्वंसक आईएनएस व‍िशाखापत्तनम मिला है.

नौसेना डिजाइन निदेशालय ने तैयार किया जहाज

इस जहाज को भारतीय नौसेना के नई दिल्ली स्थित नौसेना डिजाइन निदेशालय द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया है. यह जहाज 163 मीटर लम्बा है और 17.4 मीटर बीम पर फैला है. इसका डिस्प्लेसमेंट 7,4 00 टन है. इस जहाज की स्टाफ कैपेसिटी 300 है और इसमें चार गैस टरबाइन इंजन लगे हैं. 

यह जहां 56 किमी प्रति घंटा की गति से चलता है और इसकी रेंज चार हजार नॉटीकल मील है. 

क्या है इस जहाज की खूबियां?

आईएनएस विशाखापत्तनम एडवांस्ड तकनीकों से लैस है. बताया जा रहा है कि इसमें ब्रह्मोस और बराक मिसाइल सिस्टम लगा हुआ है. इसमें दो टॉरपीडो लॉन्चर्स भी हैं जो पनडुब्बी को तबाह कर सकते हैं. आईएनएस विशाखापत्तनम में मल्टीपल हेलीकॉप्टर संचालित करने के लिए भी हेली ट्रेवर्सिंग सिस्टम मौजूद है. 

यह युद्धपोत एंटीशिप, बैलिस्टिक मिसाइल, ड्रोन, और विमान को नष्ट करने की क्षमता रखता है. यह युद्धपोत 75 फीसदी स्वदेशी है और इसमें लगे कई हथियार और सेंसर भारत में ही निर्मित हैं. किसी भी तरह के हमले के दौरान इसमें क्रू एकदम सुरक्षित रहेगा. 

आने वाले हैं तीन और विध्वंसक जहाज

जनवरी 2011 में एक अनुबंध के तहत मझगांव डॉक्स में बनाए जा रहे चार 7,400 टन स्टील्थ डेस्ट्रॉयर में से पहला जहाज विशाखापत्तनम है. अन्य तीन विध्वंसक, मोरमुगाओ, इंफाल और सूरत भी जल्द ही नौसेना को उपलब्ध कराए जायेंगे. ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों और इजरायल की एडवांस्ड मिसाइल व हथियारों आदि से लैस इन चार युद्धपोतों की कुल लागत 35,000 करोड़ रुपये से अधिक है.