
लखनऊ में नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवक से ठगी का मामला सामने आया है. वजीरगंज निवासी मोहम्मद फहीम ने पुलिस से शिकायत की है कि आरोपी ने गवर्नर हाउस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे 5 लाख रुपए ऐंठ लिए.
डॉक्यूमेंट दिखाकर फाइनेंस करा लिया दो आईफोन
इतना ही नहीं, आरोपी ने फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिखाया और फहीम के दस्तावेजों का दुरुपयोग कर दो आईफोन भी किस्तों पर फाइनेंस करा लिए. कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
गवर्नर हाउस में नौकरी का झांसा देकर ठगी
फहीम ने बताया कि उसकी मुलाकात रिवर बैंक कॉलोनी निवासी विवेक यादव से हुई थी. मुलाकात के दौरान विवेक ने उनसे दोस्ती बढ़ाई और दावा किया कि उसके पिता गवर्नर हाउस में नौकरी करते हैं और उसकी वहां तक सीधी पहुंच है. इसी भरोसे में उसने नौकरी का लालच दिया. फहीम के मुताबिक, विवेक ने अगस्त 2023 तक किस्तों और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए उनसे 5 लाख रुपए वसूल लिए.
फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर दिखाकर मांगा पैसा
फहीम का आरोप है कि आरोपी ने रकम का बड़ा हिस्सा अपने बैंक खाते और अपने दोस्त फरहान के खाते में ट्रांसफर कराया. पैसे मांगने पर आरोपी टालमटोल करता रहा और आखिरकार जब नौकरी की बात उठी तो उसने एक नियुक्ति पत्र भी दिखाया. लंबे समय बाद जब फहीम ने वह नियुक्ति पत्र मांगा, तब उन्हें पता चला कि वह फर्जी है. इसके बाद उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
मामले की छानबीन कर रही है पुलिस
कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. फहीम का यह भी आरोप है कि आरोपी ने उनके दस्तावेजों का इस्तेमाल कर एचडीएफसी और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक से 24 महीने की किस्तों पर दो आईफोन फाइनेंस कराए. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है और आरोपी की तलाश में जुटी हुई है. यह मामला उन युवाओं के लिए सबक है जो सरकारी नौकरी का लालच दिखाने वाले दलालों के झांसे में आ जाते हैं. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि बिना पूरी जांच-पड़ताल किए किसी को पैसे न दें और संदिग्ध मामलों में तुरंत शिकायत दर्ज कराएं.