
यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में भारत के कई छात्र ऐसे हैं जो अभी भी वहां फंसे हुए हैं. हालांकि, उन्हें वहां से निकालने के लिए मिशन मोड पर काम चल रहा है. भारत सरकार ने भारतीय छात्रों की देश वापसी के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ नाम का अभियान चलाया हुआ है. जिसके तहत युद्धग्रस्त क्षेत्र से अपने लोगों को एयरलिफ्ट कराया जा रहा है. लेकिन इस विशेष ऑपरेशन को अंजाम देने में देश के साहसिक पायलटों का भी काफी योगदान रहा है. इन्हीं पायलटों में से एक हैं, महाश्वेता चक्रवर्ती जिन्होंने 800 से भारतीय छात्रों को यूक्रेन से निकालने में मदद की है.
छात्रों को निकलने के लिए भरी 6 उड़ानें
बता दें, पायलट महाश्वेता चक्रवर्ती कोलकाता की रहने वाली हैं. उन्होंने युद्ध प्रभावित यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने में अहम भूमिका निभाई है. इसके लिए उन्होंने 800 से ज्यादा छात्रों को निकालने के लिए छह उड़ानें भरीं. दरअसल, महाश्वेता चार साल से एक प्राइवेट इंडियन कैरियर के साथ काम कर रही हैं. उन्होंने 27 फरवरी से 7 मार्च के बीच छात्रों को अपलिफ्ट किया. बता दें, ये वही दिन हैं जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में "विशेष सैन्य अभियान" की घोषणा की थी. उसके तीन दिन बाद ही महाश्वेता छात्रों को देश लाने में जुट गईं थीं.
एक दिन में करना होता था 13-14 घंटे काम
महाश्वेता ने द टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उन्हें इसके लिए एक दिन में 13-14 घंटे उड़ना था. उन्होंने एयरबस ए320 से उड़ान भरी. एक घटना को याद करते हुए महाश्वेता कहती हैं, “एक 21 साल की लड़की को तनाव के कारण दौरे पड़ने लगे थे. वह पल मैं कभी नहीं भूल सकती, जब उसने बेहोशी की हालत में मेरा हाथ पकड़ लिया था, वो मुझसे उसे अपनी मां के पास ले जाने के लिए कह रही थी.”
क्या है बीजेपी कनेक्शन?
महाश्वेता की तारीफ़ सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) ने भी की है. भारतीय जनता पार्टी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “कोलकाता की 24 साल की पायलट महाश्वेता चक्रमर्ती ने पोलैंड-हंगरी सीमा से 800 से ज्यादा भारतीयों को बचाया है. उनके लिए बहुत-बहुत सम्मान.”
भाजपा ने महाश्वेता की कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं. भारतीय जनता युवा मोर्चा की उपाध्यक्ष प्रियंका शर्मा ने अपने ट्वीट में बताया कि 24 साल महाश्वेता बंगाल भाजपा महिला मोर्चा की प्रमुख की बेटी हैं. वह तनुजा चक्रवर्ती की बेटी हैं. 24 साल की महाश्वेता ने साहस, जज्बे और सूझबूझ से न सिर्फ युद्धग्रस्त क्षेत्र में विमान को लैंड कराया, बल्कि वहां से 800 जिंदगियों को भी बचाने में कामयाब रहीं. पोलैंड-हंगरी सीमा से महश्वेता ने उड़ान भरकर 800 भारतीयों को सुरक्षित वापस अपने घर पहुंचाया है.
भारत सरकार का ऑपरेशन गंगा
गौरतलब है कि जब यूक्रेन और रूस के बीच जंग शुरू हुई थी तब भारत के 18 हजार से ज्यादा भारतीय वहां फंसे हुए थे. इन्हें निकालने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा शुरू किया था. इस ऑपरेशन के तहत वायु सेना के विमानों को पोलैंड, हंगरी, रोमानिया भेजकर भारतीयों को निकाला गया था.