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Methanol Economy: महंगा पेट्रोल हो सकता है जल्द सस्ता! इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने लॉन्च किया नए तरह का फ्यूल 

सितंबर 2021 में जारी नीति आयोग के वर्किंग पेपर के मुताबिक, इथेनॉल और पेट्रोल (गैसोलीन) की तुलना में मेथनॉल सबसे सस्ता वैकल्पिक फ्यूल है.

Petrol (Photo: India today) Petrol (Photo: India today)
हाइलाइट्स
  • पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से मिलेगी राहत !

  • देश में ‘मेथनॉल इकॉनमी’ बनाने पर दिया जा रहा है जोर 

लगातार बढ़ती पेट्रो की कीमतों को देखते हुए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOCL) ने एक तरकीब निकाली है. उन्होंने एक अलग तरह का पेट्रोल मार्केट में उतारा है. इसे मेथनॉल ब्लेंडेड (Methanol Blended Petrol)) पेट्रोल कहा जा रहा है. शनिवार को पायलट प्रोजेक्‍ट के तौर पर असम में M15 पेट्रोल को लॉन्च किया गया है. इसे लॉन्च करने का मकसद केवल तेल की कीमत में कमी लाना है. असम के तिनसुकिया जिले में इसे लॉन्च किया गया है. 

बता दें, M15 में पेट्रोल में 15 प्रतिशत मेथनॉल मिलाया गया है. उम्मीद लगाई जा रही है कि इससे हम पेट्रोल की कीमत को कम कर सकते हैं.  

 ‘मेथनॉल इकॉनमी’ बनाने पर दिया जा रहा है जोर 

दरअसल,  नीति आयोग शुरू से ही ‘मेथनॉल इकॉनमी’ अपनाने पर जोर दे रही है. इसमें भारत के तेल आयात बिल, और ग्रीनहाउस गैस एमिशन को कम करने पर काम किया जाएगा. इसके अलावा कोयला भंडार और नगरपालिका के ठोस कचरे को मेथनॉल में बदला जाएगा. इसी तरह हम 15 प्रतिशत तक मेथनॉल के इम्पोर्ट को कम कर सकेंगे. 

सितंबर 2021 में जारी नीति आयोग के वर्किंग पेपर के मुताबिक, इथेनॉल और पेट्रोल (गैसोलीन) की तुलना में मेथनॉल सबसे सस्ता वैकल्पिक फ्यूल है.

पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से मिलेगी राहत 

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री रामेश्वर तेली भी इस इवेंट में मौजूद रहे. उन्होंने नीति आयोग के सदस्य वीके सारस्वत और आईओसी के चेयरमैन एसएम वैद्य की मौजूदगी में कहा कि मेथनॉल को फ्यूल में मिलाने से बढ़ती कीमतों से राहत मिलेगी. कीमत में कमी आने से आम आदमी को भी राहत मिल सकेगी. 

राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने आगे कहा, 'एम15 (M 15 Petrol) की मदद से हम करोड़ों रुपये के इम्पोर्ट बिल को कम कर सकेंगे. इससे हम आत्मनिर्भर बनेंगे और आसानी से प्रदूषण भी कम कर सकेंगे.