
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में गत 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले (Terrorist Attacks) के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान (Pakistan) में एयरस्ट्राइक (Air Strike) कर असल में बदला ले लिया है.
भारतीय सेना ने मंगलवार की देर रात पाकिस्तान और PoK स्थित 9 आतंकी ठिकानों पीओके स्थित बिलाल कैंप, सवाई नाला कैंप, कोटली गुलपुर, भिंभर बरनाला कैंप, कोटली अब्बास कैंप और पाकिस्तान में बहावलपुर के अलावा महमूना जोया कैंप, सरजल कैंप, मुरीदके को मिसाइल से हमला कर तबाह कर दिया है. इस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आतंकियों और उनके आका पाकिस्तान को बता दिया है कि यदि ऐसी कोई भी हिमाकत अब भूल कर भी की तो चुन-चुनकर मारा जाएगा.
भारत ने पाक को बताई उसकी असल औकात
मोदी सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर से लेकर सिंधु जल समझौता तोड़ने तक पाकिस्तान के खिलाफ 10 बड़े कदम उठाकर उसका कमर तोड़ दिया है. भारत के इस कदम से पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई करने की स्थिति में नहीं है. वह पूरी दुनिया में एक तरह से अलग-थलग पड़ गया है. मोदी सरकार ने जहां सिंधु जल संधि को तोड़कर पाकिस्तान को पानी के एक-एक बूंद के लिए तरसा दिया है, वहीं ऑपरेशन सिंदूर को सफल अंजाम देकर पाक की असल औकात बता दी है.
मोदी सरकार ने उठाए ये कदम, दिए पाक को बड़े घाव
मोदी सरकार ने पहलगाम में आतंकी हमले के बाद तुरंत पाकिस्तान के साथ हुई सिंधु जल संधि को तोड़ दिया. सिंधु नदी का पानी रोकने से पाकिस्तान की बहुत बड़ी आबादी जल संकट से जूझ रही है. इस नदी से पाक के करीब 17 करोड़ लोगों को पानी मिल रहा था. इसके साथ ही भारत ने चेनाब नदी का पानी भी पाकिस्तान में जाने से रोक दिया है. पाकिस्तान भारत के इस कदम को वाटर अटैक बता रहा है. पाकिस्तान में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. इतना ही नहीं भारत ने पहलगाम हमले के बाद झेलम नदी का पानी पाकिस्तान में छोड़ दिया. इससे पाक के मुजफ्फराबाद में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. लोग घर छोड़कर भाग गए हैं. मोदी सरकार ने बॉर्डर पर स्थिति सलाल और बघलियार बांध को भी बंद कर दिया है. इससे पहले पाक को पानी मिलता था.
भारत ने पाकिस्तान से सभी व्यापार और समझौते किए रद्द
मोदी सरकार ने पहलगाम में आतंकी हमले के बाद एक और जो बड़ा कदम उठाया वह यह कि पाकिस्तान के साथ सभी व्यापार और समझौते को रद्द कर दिया. पाकिस्तान के सभी आयातों पर प्रतिबंध लगा दिया है. इससे भारत के रास्ते पाकिस्तान का कोई भी सामान नहीं जा पा रहा है. हालांकि पाकिस्तान के रास्ते भारत का सामान आ रहा है. इससे पाकिस्तान को काफी नुकसान हो रहा है. आयात बंद होने से पाक तिलमिला गया है. उसकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो गई है.भारत ने पाक के जहाजों की भी एंट्री बैन कर दी थी. इन जहाजों के जरिए पाकिस्तान भारत की सीमा क्षेत्र से होकर बांग्लादेश में अपना सामान पहुंचा रहा था.
मोदी सरकार ने अपनाया कूटनीतिक तरीका
पहलगाम हमले के बाद भारत ने सीधे पाकिस्तान पर हमला नहीं किया बल्कि ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने से पहले पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए कूटनीतिक तरीका को अपनाया. इसका नतीजा यह हुआ कि भारत के एयरस्ट्राइक करने के बावजूद कोई भी बड़ा देश पाकिस्तान के पक्ष में खुलकर नहीं आया है. पाकिस्तान का दोस्त चीन ने भी कड़ा ऐतराज नहीं जताया. भारत ने पाकिस्तान को यूनाइटेड नेशन में अलग-थलग कर दिया. इसके कारण गत 5 मई को यूएन की बैठक में पाकिस्तान को समर्थन नहीं मिला बल्कि उलटे सुरक्षा परिषद के दूसरे सदस्यों ने पाक पर पर सवाल उठा दिए. यह एक तरह से भारत का पाक को दिया बड़ा घाव है. भारत की कूटनीति इतनी सफल रही कि पाक को मुस्लिम देशों का भी समर्थन नहीं मिल पाया. सऊदी अरब ने भारत में हुए आतंकवादी हमले की जमकर आलोचना की.
ऑपरेशन सिंदूर को दिया सफल अंजाम
मोदी सरकार ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के डाक सेवा पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. इससे पाक को बड़ा झटका लगा है. इतना ही नहीं भारत ने पाकिस्तान के सैन्य सलाहकारों को अपने देश से बाहर निकाल दिया है. इसके बाद मोदी सरकार ने नई दिल्ली में सभी देशों के राजदूतों को बुलाकर पाकिस्तान के आतंकी कुकृत्यों के बारे में जानकारी दी. इसका असर ये हुआ कि टीवी डिबेट से लेकर बंद कमरे तक की बैठक में आतंकवादियों के मुद्दे पर पाकिस्तान घिर गया. अंत में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देकर पाकिस्तान को सबसे बड़ा घाव दिया है. इस जख्म से पाकिस्तान कभी उबर नहीं पाएगा. भारत की तरफ देखने से भी डरेगा.