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देश के लिए राहत की खबर, भारत में नहीं मिला बोत्‍सवाना वेरिएंट का एक भी मामला

दक्षिण अफ्रीका में तेजी से फैल रहे कोविड-19 के वैरिएंट B.1.1.529 को लेकर भारत में भी कई लोग चिंतित हैं. दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं कुछ आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि भारत में इस वैरिएंट का कोई भी मामला सामने नहीं आया है. नए कोविड वैरिएंट पर और अधिक चर्चा करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने एक मीटिंग बुलाई है.

No case of new covid variant reported in India No case of new covid variant reported in India
हाइलाइट्स
  • सरकार ने राज्यों को किया अलर्ट

  • कई देशों ने फ्लाइट पर लगाई रोक

दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए वैरियंट B.1.1.529 को लेकर दुन‍ियाभर में खलबली मची है. ब्रिटेन ने 6 अफ्रीकी देशों की उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस वक्त इंडिया ए क्रिकेट टीम भी दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर है. 17 दिसम्बर से टीम इंडिया का अफ्रीका दौरा शुरू हो रहा है. दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. हालांक‍ि, आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि भारत में इस वैरिएंट का कोई भी मामला सामने नहीं आया है. नए कोविड वैरिएंट पर और अधिक चर्चा करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक मीटिंग बुलाई है.  

WHO की टेक्निकल लीड डॉ. मारिया वैन कैरखोव कहती हैं, "हमें इसके बारे में बहुत अधिक पता नहीं है. हमें सिर्फ यहीं पता है कि इस वैरिएंट के बहुत ज्यादा म्यूटेशंस हैं. यह एक चिंता का विषय है कि इतने ज्यादा म्यूटेशंस होने की वजह से वायरस के व्यवहार का पता लगाना मुश्किल है. B.1.1.529 वेरिएंट पहली बार बोत्सवाना में देखा गया था. उसमें 32 म्यूटेशन की संख्या में बहुत तेजी से बढ़ती देखी गई थी. म्यूटेशन की संख्या जितनी अधिक होगी. इम्यूनिटी से बचने वाले वायरस की संभावना उतनी अधिक होती जाएगी."

11 नवंबर को मिला था पहला मामला
इस वेरिएंट का पहला मामला 11 नवंबर को बोत्सवाना में पाया गया था. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका में इसके छह मामलों की पुष्टि हुई. बोत्सवाना में अब तक इसके 3 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. वैज्ञानिकों के अनुसार बोत्सवाना वेरिएंट के 32 नए म्यूटेंट बन गए हैं. इसके नए म्यूटेंट कोविड के सबसे ज्यादा डेवलप्ड फॉर्म हैं और ये बहुत खतरनाक भी हैं. एक न्यूज एजेंसी के अनुसार हाल ही में हांगकांग में एक 36 वर्षीय व्यक्ति में भी इसका इंफेक्शन पाया गया है.

सरकार ने राज्यों को किया अलर्ट
दक्षिण अफ्रीका में बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार भी एक्टिव मोड में आ गई है. भारत सरकार ने राज्यों को निर्देश दिया है कि वो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले यात्रियों की जांच करे. इसके लिए खासतौर पर दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से सीधे आने वाली फ्लाइटें या उधर से गुजरने वाली फ्लाइटों की कड़ी स्क्रीनिंग करने का निर्देश दिया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को चिट्ठी भेजकर अगाह किया और कहा कि ऐसे लोग कहां-कहां जा रहे हैं इस पर नजर रखें. इसके अलावा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुरूप इन अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के संपर्क में आए लोगों पर भी नजर बनाए रखने के लिए कहा गया है. 

नया स्ट्रेन चिंता का विषय
बहुत ज्यादा म्यूटेट करने वाले इस स्ट्रेन के स्पाइक प्रोटीन में कई बदलाव देखे गए है. दरअसल कोई भी वायरस किसी जीवित कोशिका में इन्हीं स्पाइक प्रोटीन के जरिए घुसता है. इंपीरियल कॉलेज लंदन के एक वायरोलॉजिस्ट डॉ टॉम पीकॉक ने कहा है कि कोविड का यह स्ट्रेन 'वास्तविक चिंता का विषय' हो सकता है. ट्विटर पर लिखते हुए उन्होंने कहा कि इसकी खतरनाक स्पाइक प्रोफाइल के कारण इसकी बहुत अधिक निगरानी की जानी चाहिए.

रोकी गई फ्लाइटें
अब कहा जा रहा है कि नया वेरियंट टीके के असर को भी खत्म करने में सक्षम है. दुनियाभर के रिसर्चर इस वेरियेंट को बड़ा खतरा मान रहे हैं. यही वजह है कि अफ्रीकी देशों की फ्लाइट रोकने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. यूके के स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने कहा कि छह देशों को रेड लिस्ट में जोड़ा जाएगा और यहां से उड़ानों की आवाजाही पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाया जाएगा. यूके में नए वैरिएंट का कोई भी कंफर्म मामला नहीं पाया गया है. वहीं यूरोपीय संघ ने भी कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कहा है वह दक्षिणी अफ्रीका से हवाई यात्रा को रोकने की योजना बना रहा है. इसके अलावा दक्षिणी अफ्रीकी देशों से इंग्लैंड पहुंचने वाले यात्रियों को नए कोरोनावायरस के वैरियंट की वजह से क्वारंटाइन रहना होगा.