
Driving Licence Apply Online In UP: यूपी सरकार ने एक फेसलेस आरटीओ सेवा (faceless service in rto) शुरू की है, जो लोगों को घर से ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) के लिए आवेदन करने की अनुमति देगी. यह सेवा गुरुवार से राज्य के सभी आरटीओ में लागू हो गई है. इससे पहले एक आवेदक को आरटीओ प्राप्त करने के लिए स्थानीय आरटीओ का दौरा करना होता था. वहां जाकर दस्तावेज जमा करने होते थे और एक ऑनलाइन परीक्षा से गुजरने के बाद उसे लाइसेंस मिलता था. कभी-कभी स्लॉट पाने में 80 से 90 दिन लग जाते थे और फिर आवेदक को आरटीओ पर लंबी कतारों में लगना पड़ता था.
नई प्रणाली के तहत एक आवेदक को प्रत्येक चरण के लिए ऑनलाइन निर्देशों का पालन करना होगा. अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) विश्वजीत सिंह ने कहा, "बाराबंकी में ट्रायल रन के बाद, राज्य सरकार ने गुरुवार को लर्नर लाइसेंस प्राप्त करने के लिए फेसलेस सिस्टम की शुरुआत की."
कैसे करें आवेदन?
प्रक्रिया के बारे में बताते हुए सिंह ने कहा कि एक आवेदक को सरकार के सारथी पोर्टल http://sarathi.parivahan.gov.in पर जाना होगा और विंडो पर 'फेसलेस' विकल्प चुनना होगा. इसके बाद उसे अपने आधार कार्ड का विवरण भरना होगा, जिसके बाद आवेदक के मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा. इसके लिए आवेदक का फोन नंबर उसके आधार खाते से लिंक होना जरूरी होगा.
इसके बाद प्रमाणीकरण किया जाएगा और फिर आवेदकों को फॉर्म भरने और स्व-सत्यापित दस्तावेजों को ऑनलाइन अपलोड करना होगा. इसके बाद एक शुल्क का भुगतान करना होगा, जिसके बाद एक फेस स्क्रूटनी होगी. फिर एक ऑनलाइन टेस्ट के लिए एक ओटीपी जनरेट किया जाएगा."
फेस ऑथेंटिसेशन है जरूरी
परीक्षण से पहले एक और फेस ऑथेंटिसेशन किया जाएगा. सिंह ने कहा, "आवेदकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके पास उनकी हाल की तस्वीरें और कैमरे से लैस एक लैपटॉप है. इसके लिए लाइट की उच्च व्यवस्था भी होनी चाहिए." टेस्ट पास करने के बाद लोग साइट से लर्नर लाइसेंस डाउनलोड कर सकते हैं. यदि ऑनलाइन सिस्टम चेहरे की पहचान करने में विफल रहता है, तो आवेदक को पुरानी प्रणाली पर वापस जाना होगा और इसके लिए उसे आरटीओ कार्यालय जाना होगा.
चलता रहेगा पुराना सिस्टम
आरटीओ प्रशासन ने बताया कि स्लॉट हासिल करके लर्निंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया चलती रहेगी. बहुत से लोगों के पास अभी भी आधार कार्ड नहीं है. दूसरे पहचान पत्र से उनका डीएल पुरानी व्यवस्था से बनाया जाएगा. अगर किसी के पास कंप्यूटर और लैपटॉप की सुविधा नहीं है तो जनसुविधा केंद्र पर जाकर परिक्षा दे सकता है.