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SIR अभियान की रफ्तार तेज! 12 राज्यों में 98% से ज्यादा घरों तक पहुंचे मतदाता गणना फॉर्म, कई प्रदेश 100% लक्ष्य के करीब

केरल में 95.68% और तमिलनाडु में 94.31% गणना फॉर्म मतदाताओं तक पहुंचाए जा सके हैं. केरल में 0.69 फीसद और तमिलनाडु में 9.62 फीसदी फॉर्म्स डिजिटाइज किए गए हैं. केरल में दो करोड़ 78 लाख 50 हजार 854 फॉर्म छपे. जिनमें से 2,66,48,017 फॉर्म बांटे गए हैं.

SIR अभियान की रफ्तार तेज SIR अभियान की रफ्तार तेज

देश के 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में जारी SIR यानी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के 14 वें दिन तक 50 करोड़ 11 लाख 75 हजार 907 से अधिक गणना फॉर्म यानी 98.32% मतदाताओं के घर तक पहुंचा दिए गए हैं. गोवा और लक्ष्यद्वीप ने तो पहले हफ्ते में ही सौ फीसदी मतदाता गणना फॉर्म उनके घरों तक बांटने का लक्ष्य पूरा कर लिया है. जबकि भरे हुए फॉर्म्स में 35.74 फीसद और 19.64 फीसद फॉर्म वापस लेकर डिजिटाइज भी कर दिए हैं. गुजरात में 99.43% बांटकर 11.35 फीसदी डिजिटाइज, अंडमान निकोबार द्वीप 99.98% बांटकर 8.65 फीसदी डिजिटाइज और यहां तक कि पश्चिम बंगाल 99.56% फीसद फॉर्म बांट कर और भरे हुए फॉर्म्स वापस लेकर 9.55 फीसदी फॉर्म्स डिजिटाइज भी कर दिए हैं.

गुजरात, अंडमान निकोबार और बंगाल आगे
केरल में 95.68% और तमिलनाडु में 94.31% गणना फॉर्म मतदाताओं तक पहुंचाए जा सके हैं. केरल में 0.69 फीसद और तमिलनाडु में 9.62 फीसदी फॉर्म्स डिजिटाइज किए गए हैं. केरल में दो करोड़ 78 लाख 50 हजार 854 फॉर्म छपे. जिनमें से 2,66,48,017 फॉर्म बांटे गए हैं. तमिलनाडु में 6 करोड़ 41 लाख 14 हजार 583 फॉर्म छपे. उनमें से 6 करोड़ 04 लाख 68 हजार 687 बांटे गए हैं. शत प्रतिशत गणना फॉर्म मतदाताओं के घर तक पहुंचाने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहे राज्यों में गुजरात के 99.43 फीसदी, पुदुच्चेरी के 94.35 फीसदी और पश्चिम बंगाल में 99.56 फीसदी मतदाताओं के घर तक गणना फॉर्म पहुंचा दिए गए हैं.

गुजरात में 11.35 फीसद और पुदुच्चेरी में 18.79 फीसद फॉर्म वापस लाकर डिजिटाइज्ड हुए हैं. निर्वाचन आयोग के मुताबिक अंडमान निकोबार द्वीप समूह में 99.98, राजस्थान में 98.85, तमिलनाडु में 94.31 फीसदी मतदाताओं के घरों तक बूथ लेवल अफसर फॉर्म पहुंचा चुके हैं. उत्तर प्रदेश में 99.90 फीसद, छत्तीसगढ़ में 97.67 और मध्य प्रदेश में 99.63 फीसदी मतदाताओं के घर तक बीएलओ गणना फॉर्म पहुंचा चुके हैं.

उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पुदुच्चेरी और मध्य प्रदेश भी लक्ष्य के बेहद करीब
आयोग ने उम्मीद जताई है कि अगले तीन से पांच दिनों यानी एक महीने के इस अभियान में 20 नवंबर तक सौ फीसदी घरों तक गणना फॉर्म पहुंचाने का काम पूरा हो जाएगा. जबकि भरे हुए फॉर्म वापस लेकर इनकी डाटा एंट्री करने का काम भी आगे बढ़ जाएगा. पिछली बार यानी 2002 से चार के बीच हुए SIR में जिन वोटर्स के नाम मतदाता सूची में दर्ज हैं उनकी डाटा एंट्री का काम चालू भी हो गया है.

निर्वाचन आयोग के मुताबिक इस कार्य के लिए 2002 से 2004 के बीच की मतदाता सूची को आधार मान कर 50 करोड़ 97 लाख, 43 हजार 090 फॉर्म छपे हैं. इनमें से 50 करोड़ 11 लाख 75 हजार 907 फॉर्म मतदाता के घर तक पहुंचा दिए गए हैं. भरे हुए फॉर्म वापस लेकर उनके डिजिटाइजेशन का काम भी साथ ही साथ जारी है. अब तक 98.32 फीसदी फॉर्म बांटे जा चुके हैं जबकि वापस लाकर 08.68 फीसदी फॉर्म डिजिटाइज्ड भी कर दिए गए हैं.

4 दिसंबर तक फॉर्म वापसी, 9 दिसंबर को ड्राफ्ट सूची
चार दिसंबर तक मतदाताओं के घर तक फॉर्म पहुंचाने और भरे हुए फॉर्म वापस लाने को समय सीमा है. पांच दिन बाद 9 दिसंबर को ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित को जाएगी. जिन योग्य मतदाताओं के नाम किसी भी कारण से ड्राफ्ट सूची में नहीं आ पाए वो जिला निर्वाचन अधिकारी के पास अपील कर अपनी योग्यता के सबूत पेश करेंगे. अगर वहां उनकी अपील रद्द हो जाती है तो वे राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी यानी सीईओ के यहां भी अपील दाखिल कर सकते हैं. फरवरी के पहले हफ्ते में यानी सात फरवरी को इन 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की फाइनल मतदाता सूची का प्रकाशन हो जाएगा.

-संजय शर्मा की रिपोर्ट