
परीक्षा पे चर्चा में दिल्ली-एनसीआर से बहुत सारे बच्चे पहुंचे थे. बच्चों के साथ-साथ कई पेरेंट्स और टीचर भी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में मौजूद थे. जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार तालकटोरा स्टेडियम पहुंची, बच्चों में उत्साह दौड़ गया. स्टेडियम के अंदर बैठे बच्चों ने जैसे ही स्क्रीन पर पीएम की कार देखती, वह खुशी से चिल्लाने लगे. कुछ देर बाद जैसे ही पीएम स्टेडियम के अंदर पहुंचे तो पूरा स्टेडियम खड़े होकर उनके लिए तालियां बजाने लगा.
पीएम मोदी ने बच्चों से ऐसे संवाद किया मानो कोई दोस्त अपने दोस्त से याराना बातें कर रहा हो. पूरे संवाद के दौरान ऐसे कई मौके आए जब पीएम ने मजाक किया और पूरा हॉल ठहाकों और तालियों से गूंज उठा. आइए आपको कुछ ऐसे ही किस्से सुनाते हैं जब पीएम की बात पर बच्चे खिलखिलाने लगे.
'पता नहीं एग्जाम में क्या लिखेगा'
पीएम जैसे ही मंच पर पहुंचे उन्होंने बच्चों से कहा कि कई बार तो आप लोगों को मोटिवेट कर चुका हूं क्या अब भी एग्जाम से डर लगता है? जवाब में कई बच्चों ने कहा हां, लेकिन पीएम ने कहा 'नहीं सच-सच बताओ कौन ज्यादा डरा हुआ है एग्जाम देने वाले बच्चे या उनके माता-पिता. पीएम ने कहा कि मुझे लगता है कि उनके पेरेंट्स ज्यादा डरे हुए हैं और यह सोच रहे हैं कि 'पता नहीं एग्जाम में क्या लिखेगा'..प्रधानमंत्री की इस बात से हॉल ठहाकों से गूंज उठा.
'मैने आपकी चोरी पकड़ ली न'
परीक्षा पर चर्चा में प्रधानमंत्री से बच्चों ने पूछा ऑनलाइन पढ़ाई में समझ में कम आता है इसे कैसे ठीक किया जाए? इस पर प्रधानमंत्री ने मजाक में बच्चों से कहा 'अच्छा एक बात सच सच बताओ जब आप लोग ऑनलाइन रीडिंग करते हो तो सच में रीडिंग करते हो या रील देखते हो'
यह बात सुनकर हॉल में बैठे बच्चे और टीचर जोर जोर से हंसने लगे, प्रधानमंत्री ने कहा कि 'आप लोग इसलिए हंस रहे हैं क्योंकि मैंने आप की चोरी पकड़ ली' पीएम ने कहा कि हम किस माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं मतलब ऑफलाइन पढ़ रहे हैं या ऑनलाइन पढ़ रहे हैं ये मैटर नहीं करता मैटर करता है कि हम मन से पढ़ाई कर रहे हैं.
'आप चाहती हैं कि मैं आपके पैरेंट्स और टीचर्स को कुछ कह दूं'
रोशनी नाम की एक छात्रा ने प्रधानमंत्री से सवाल किया. छात्रा ने पूछा की 'एग्जाम के समय घर वाले बहुत ज्यादा प्रेशर बनाते हैं वह हर समय पढ़ते रहो करते रहते हैं तो क्या हमें घरवालों के प्रेशर में आकर पढ़ाई करनी चाहिए या फिर अपने हिसाब से पढ़ाई करनी चाहिए?'
प्रधानमंत्री इस सवाल पर मुस्कुराए और बोले रोशनी तुम चाहती हो कि मैं तुम्हारे पेरेंट्स टीचर को कुछ कहूं (मतलब डांटू?).. इस पर सब जोर-जोर से हंसने लगे. बाद में पीएम कहते हैं कि पेरेंट्स और टीचर्स की चिंता भी स्वाभाविक है लेकिन बच्चों पर प्रेशर नहीं डालना चाहिए.
'मोटिवेशन के इंजेक्शन लगवा लूं'
चर्चा के दौरान कई बच्चों ने प्रधानमंत्री से पूछा कि हर समय मोटिवेट कैसे रहा जाए? इस सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि 'कई लोगों को लगता है कि अगर मोटिवेशन का इंजेक्शन होता तो वह उसे लगवा लेते'. इस पर सब हंसने लगे. बाद में पीएम ने कहा कि आप जब अपना काम अच्छे से करते हैं पढ़ाई अच्छे से करते हैं तो अपने आप मोटिवेट फील करते हैं
परीक्षा पर चर्चा के बाद बच्चे बहुत खुश और उत्साहित नजर आए. प्रधानमंत्री का यह मजाकिया अंदाज़ बच्चों को खूब पसंद आया और बच्चों ने कहा कि पीएम ने हमसे ऐसे बात की जैसे वह हमारे दोस्त हों.