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Premium E-Bus: यात्रियों के लिए अच्छी खबर! दिल्ली से चंडीगढ़, जयपुर और देहरादून के लिए चलेंगी ई-बसें, टिकट बुकिंग से लेकर जानें सब कुछ

दिल्ली से 200 किलोमीटर के दायरे में सीएनजी बसें चलाई जाएंगी. इससे आगे की दूरी के लिए ई-बस या बीएस-6 वाहनों को चलाने की इजाजत दी जा रही है. दिल्ली से पहली बार दूसरे शहरों के लिए प्रीमियम ई-बसों का परिचालन शुरू किया जाएगा. 

electric buses (file photo) electric buses (file photo)
हाइलाइट्स
  • आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रीमियम बस सेवा की शुरुआत 

  • दिल्ली से 200 किलोमीटर के दायरे में चलाई जाएंगी सीएनजी बसें 

बस से यात्रा करने वालों के लिए अच्छी खबर है. यात्री एप से टिकट की बुकिंग कर ई-बसों में दिल्ली से जयपुर, चंडीगढ़ और देहरादून तक का सफर कर सकते हैं. आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रीमियम बस सेवा की शुरुआत सोमवार से आईएसबीटी कश्मीरी गेट से की जा रही है. प्रधान सचिव (परिवहन) सह परिवहन आयुक्त आशीष कुंद्रा बसों और ग्रीन सेल मोबिलिटी के सीईओ देवेंद्र चावला बस को हरी झंडी दिखाएंगे.

नीति की गई है तैयार
दिल्ली सरकार की तरफ से अंतरराज्यीय बस सेवा की शुरुआत करने के लिए नीति तैयार की गई है.  इसके तहत 200 किलोमीटर के दायरे में सीएनजी बसें चलाई जाएंगी. इससे आगे की दूरी के लिए ई-बस या बीएस-6 वाहनों को भी चलने की इजाजत दी जा रही है. इस पहल के तहत दिल्ली से पहली बार दूसरे शहरों के लिए प्रीमियम ई-बसों का परिचालन शुरू किया जाएगा. 

पहले चरण में 50 ई-बसें चलाई जाएंगी
पहले चरण में 50 ई-बसें चलाई जाएंगी. इसके बाद शिमला, अमृतसर, लखनऊ सहित 500 किलोमीटर के दायरे में स्थित दूसरे शहरों के लिए भी बसें चलाई जाएंगी. इन बसों के लिए टिकटों की बुकिंग एप, ट्रैवल एजेंट सहित पेटीएम और दूसरे एप से भी हो सकेगी.

हटाई जाएंगी डीटीसी की पुरानी बसें
दिल्ली नगर निगम (डीटीसी) की पुरानी लो फ्लोर बसों में आग लगने की घटनाओं से यात्रियों की चिंताएं भी बढ़ने लगी हैं. पिछले करीब तीन महीने के दौरान बसों में आग लगने की चार घटनाएं हो चुकी हैं. गर्मियों के दौरान तापमान बढ़ने के साथ घटनाओं में बढ़ोतरी की आशंका को देखते हुए पुरानी बसों को चरणों में हटाया जा रहा है. परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे पुरानी बसों की मियाद खत्म हो रही है, नई ई-बसों के शामिल होने के बाद उन्हें हटाया जा रहा है. इस साल के अंत तक करीब 1500 ई बसें परिवहन विभाग के बेड़े में शामिल कर ली जाएगी.