

पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक को लेकर भारतीय सेना की तरफ से मीडिया ब्रीफिंग की गई. इस दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की एक-एक डिटेल शेयर की. सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि इन टार्गेट्स का चयन विश्वसनीय सूचना के आधार पर किया गया था. भारतीय सेना की तरफ से ये प्रेसिजन स्ट्राइक्स 25 मिनट तक चली और इन हमलों में 80 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया गया.
1. टेटर इन्फ्रास्ट्रक्चर को खत्म किया
भारतीय सेना की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरेशी ने कहा, "मासूम पर्यटकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर अंजाम दिया गया. पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेटर इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था, जो पाकिस्तान और PoK दोनों में फैले हैं. 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. पिछले तीन दशकों से पाकिस्तान ने व्यवस्थित तरीके से आतंकी ढांचे का निर्माण किया, जो आतंकी कैंपों और लॉन्चपैड्स के लिए पनाहगाह रहा है. उत्तर में सवाई नाला और दक्षिण में बहावलपुर में स्थित मशहूर प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया."
2. लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग सेंटर तबाह किए गए
भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, यह कार्रवाई पुख्ता इंटेलिजेंस इनपुट के बाद की गई थी और इसका मकसद पाकिस्तान में छिपे आतंकियों की रीढ़ तोड़ना था और भारतीय सेनाएं इसमें पूरी तरह सफल रहीं. पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग सेंटर को निशाना बनाया गया. यही वह जगह थी जहां आतंकियों को भारत पर हमले के लिए ट्रेनिंग दी जाती थी. यह ऑपरेशन किसी एक हमले का जवाब नहीं है, यह मैसेज है... कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा."
3. पाकिस्तान के मंसूबे नाकाम हुए
पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक करने के बाद भारतीय सेना प्रेस ब्रीफिंग की. इस दौरान भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, "पहलगाम हमला स्पष्ट रूप से जम्मू-कश्मीर में बहाल हो रही स्थिति को प्रभावित करने के लिए किया गया था. पिछले साल कश्मीर में सवा दो करोड़ से ज्यादा पर्यटक आए थे, जो कश्मीर की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा स्थिति की तरफ सकारात्मक संकेत दे रहे थे. पाकिस्तान के आतंकवादियों ने इस शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की. लेकिन इसको भारत सरकार और देश के नागरिकों ने विफल कर दिया."
4.आतंकी संगठनों के आयोजकों और फाइनेंसरों को भी जवाब
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, "भारत ने सीमा पार हमलों का जवाब देने, रोकने और प्रतिरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है. भारत का एक्शन नपातुला, जिम्मेदारी भरा और गैर-उकसावे वाला है. इस कार्रवाई के पीछे का उद्देश्य सिर्फ आतंकियों को निशाना बनाना नहीं था, बल्कि आतंकी संगठनों के आयोजकों और फाइनेंसरों को भी जवाबदेह ठहराना था, जो सीमा पार से आतंकी हमलों की साजिश रचते हैं."
5. भविष्य में ऐसे हमले न हो
विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने कहा, पहलगाम आतंकी हमले के अपराधियों और इसके साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाना भारतीय सेना की प्राथमिकता थी. भारतीय सेना ने पाकिस्तानी आतंकवादी ठिकानों पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत प्रेसिजन स्ट्राइक की, ताकि भविष्य में ऐसे हमले न हो सकें. पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों के बारे में हमें सूचना मिली थी कि वे और हमले कर सकते हैं, इसलिए उन्हें रोकना जरूरी था. आतंकवाद के इन्फ्रास्ट्रक्चर को खत्म करने और आतंकियों को अक्षम बनाने पर केंद्रित है. आतंकवाद के इस निंदनीय कार्य के आपराधियों को जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता UN ने भी जताई थी.
भारतीय सुरक्षा बलों ने बुधवार तड़के 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में कई आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए, जिसमें 80 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का जवाब है, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों को मारा गया था.