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नए साल पर शराब बिक्री से बढ़ा राजस्व, 31 दिसंबर को बिकी 9 करोड़ की शराब

न्यू ईयर की शाम को शराब की बिक्री वैसे भी बढ़ जाती है. इस साल भी नए साल की शाम को शराब बिक्री से राजस्व में खूब बढ़ोत्तरी हुई. 31 दिसंबर की शाम को शहरवासियों ने कुल मिलाकर 9 करोड़ की शराब पी है.

नए साल पर शराब बिक्री से बढ़ा राजस्व, 31 दिसंबर को बिकी 9 करोड़ की शराब नए साल पर शराब बिक्री से बढ़ा राजस्व, 31 दिसंबर को बिकी 9 करोड़ की शराब
हाइलाइट्स
  • 2 लाख लीटर से ज्यादा गटक गए शराब

  • 82 ओकेशनल लाइसेंस, शराब की  550 दुकान

गौतमबुद्ध नगर में नए साल के जश्न में लोगों ने जमकर शराब का सेवन किया. शहर वालों ने इस कदर जाम छलकाए कि पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस बार पिछले साल के रिकॉर्ड से 23% शराब की अधिक बिक्री हुई. इससे आबकारी विभाग की भी जमकर कमाई हुई है. आंकड़ों के मुताबिक साल के आखिरी दिन यानी 31 दिसंबर, 2022 को ही शहर को लोग 9 करोड़ की शराब गटक गए. इन शराब में कंट्री लिकर, फॉरेन लिकर और बीयर शामिल है. वहीं अगर पूरे दिसंबर, 2022 की बात करें तो करीब लोग 139.6 करोड़ की शराब पी गए. रिकॉर्ड तोड़ शराब बिक्री से राजस्व में बढ़ोतरी हुई है. इसके पीछे का कारण पिछले 2 सालों से कोविड की पाबंदियां के बाद मिली छूट का भी असर माना जा रहा है.

2 लाख लीटर से ज्यादा गटक गए शराब
गौतमबुद्ध नगर शहरवासी 31 दिसंबर यानी नए साल पर 2,30,000  लीटर शराब गटक गए. आबकारी विभाग के मुताबिक 31 दिसंबर को 9 करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब शहरवासी पी गए. वहीं आबकारी विभाग ने अवैध शराब की बिक्री पर भी कार्रवाई की है. कार्रवाई की बात करें तो आबकारी विभाग ने अवैध शराब बिक्री पर भी नकेल कसी है, जिसमें 82 कार्रवाई दिसंबर महीने में की गई है और 2512 लीटर शराब जब्त की गई है.

82 ओकेशनल लाइसेंस, शराब की  550 दुकान
गौतमबुद्ध नगर के सहायक आबकारी आयुक्त आर.बी सिंह ने बताया कि शहर में 98 बार लाइसेंस, 82 के करीब ओकेशनल लाइसेंस, 140 फॉरेन लिकर, 138 बीयर शॉप, 25 मॉडल शॉप, 231 देशी शॉप और 15 प्रीमियम रिटेल वेंडर की शॉप्स हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि दिसंबर, 2022 में कुल 139.6 करोड़ रुपए की बिक्री हुई है. पिछले साल के मुकाबले 23 फीसद लिकर की बिक्री ज्यादा हुई है. बिक्री से आबकारी विभाग की बल्ले बल्ले हो गई है. गौतमबुद्ध नगर में शराब की तकरीबन 550 दुकाने हैं. न्यू ईयर के लिए 82 अन्य जगहों पर भी 1 दिन से 3 दिन तक ओकेशनल लाइसेंस लेकर जमकर पार्टी की गई है. जिसके चलते राजस्व में बढ़ोतरी हुई है और शराब की खपत बहुत ज्यादा हुई है. आबकारी विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक इन 82 लोगों ने 1 दिन से 3 दिन तक के ओकेशनल लाइसेंस के लिए आबकारी विभाग में अप्लाई किया था, सारे मानकों को देखते हुए 1 दिन की 11 हजार की फीस लेकर आबकारी विभाग ने राजस्व वसूला. 1 दिन से 3 दिन तक के ऑकेजनल लाइसेंस दिया था। 10 लाख रुपए से ज्यादा का राजस्व ऑकेशनल लाइसेंस लेने से आबकारी विभाग को प्राप्त हुआ है.