
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाने और सड़क सुरक्षा के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान की खास बात यह है कि इसकी शुरुआत आम जनता से पहले खुद पुलिसकर्मियों से की गई. कोर्ट रोड पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग अभियान के दौरान दोपहिया वाहनों को रोका गया और बिना हेलमेट चलने वालों के चालान काटे गए.
58 पुलिसवालों का कटा चालान-
इसी क्रम में 58 पुलिसकर्मी भी बिना हेलमेट वाहन चलाते पकड़े गए, जिनसे कुल ₹58,000 का जुर्माना वसूला गया. एसपी ट्रैफिक सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि यह कदम जीवन रक्षा और कानून की समानता के तहत उठाया गया है. शासन और उच्च अधिकारियों के निर्देश पर यह सख्ती दिखाई जा रही है, ताकि न केवल प्रवर्तन बल्कि जागरूकता के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके. आयुष अभियान के तहत यह कार्रवाई निरंतर चल रही है.
एसपी ट्रैफिक सिद्धार्थ वर्मा ने कहा कि देखिए सड़क सुरक्षा को लेकर के शासन से उच्च अधिकारियों से निरंतर निर्देश मिल कर रहे हैं, जिसके क्रम में एसएसपी सहारनपुर महोदय द्वारा और जिलाधिकारी महोदय द्वारा इसमें एक विशेष निर्देश दिए गए हैं कि इसमें जनपद सहारनपुर की यातायात व्यवस्था सुचारू रहें. इसके साथ साथ जीवन रक्षा के रूप में भी जो संभव कदम है वो उठाए जाए. इसी क्रम में कुछ जो पुलिसकर्मी है जो हेलमेट नहीं लगा रहे थे, क्योंकि जीवन रक्षा के लिए उनके लिए भी हर चीज़ उतनी ही जरूरी है. कानून के लिए भी उतना ही मायने रखता है, जितना आमजन के लिए. आयुष अभियान के तहत जनपद सहारनपुर में लगभग 58 पुलिसकर्मियों को बिना हेलमेट के पकड़ा गया और उसका चालान किया गया और ₹58,000 सीमा शुल्क वसूला गया.
रात में भी हो रही चेकिंग-
ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ आरटीओ भी मिलकर विभिन्न जगहों पर चेकिंग अभियान चला रहे हैं. खासतौर से रात्रि 2 बजे से 4 बजे तक टोल प्लाजा पर भारी वाहनों के चालकों को नींद के प्रभाव से सावधान किया जा रहा है. उन्हें बताया जा रहा है कि यदि थकान महसूस हो तो वाहन रोककर चाय पी लें और विश्राम करें. एसएसपी द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि सभी पेट्रोल पंपों पर ‘नो हेलमेट, नो फ्यूल’ की नीति सख्ती से लागू हो. पेट्रोल पंपों पर हेलमेट की अदला-बदली कर पेट्रोल लेने की प्रवृत्ति को रोकने के लिए बीट आरक्षियों की तैनाती भी की जा रही है. इसके तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बिना हेलमेट किसी को भी ईंधन न दिया जाए. इस पूरी मुहिम का उद्देश्य केवल नियमों का पालन कराना नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी है. कानून सबके लिए एक समान है और पुलिसकर्मियों को भी उसका पालन करना अनिवार्य है.
जनता में जागरूकता फैलाने से पहले खुद पुलिस का अनुशासित होना जरूरी है. ट्रैफिक पुलिस की यह पहल समाज में सकारात्मक संदेश दे रही है कि सुरक्षा की शुरुआत खुद से होती है. भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाई लगातार चलती रहेगी.
(राहुल कुमार की रिपोर्ट)
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