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Sonam Raghuvanshi case Update: सोनम रघुवंशी ने सास से की थी आखिरी बात, मां ने राजा को लेकर ये पूछा था...

इस फोन कॉल में एक सवाल जो पुलिस को परेशान कर रहा है, वो ये है कि राजा ने अपनी मां से बात क्यों नहीं की? अगर सोनम और राजा साथ थे, तो राजा का फोन बंद क्यों था? क्या उस वक्त राजा की हत्या हो चुकी थी? मेघालय पुलिस का मानना है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी.

मेघालय हनीमून मर्डर मेघालय हनीमून मर्डर

क्या आपने कभी सोचा कि एक हनीमून ट्रिप, एक खौफनाक मर्डर मिस्ट्री में बदल सकता है? इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की कहानी ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. हर दिन इसमें नए अपडेट देखने को मिल रहे हैं. सोनम की सास उमा रघुवंशी से उनकी आखिरी बातचीत, जो एक साधारण फोन कॉल लग रही थी, अब पुलिस जांच का सबसे बड़ा सुराग बन गई है. इस कॉल में छुपा है राजा की हत्या का वो राज, जिसने सोनम को इस सनसनीखेज मामले का मुख्य आरोपी बना दिया. 

सास से आखिरी कॉल
23 मई को मेघालय की घनी जंगलों और ऊंचे पहाड़ों में ट्रेकिंग के दौरान सोनम ने अपनी सास उमा रघुवंशी से फोन पर बात की. ये वो आखिरी बार था जब सोनम ने परिवार से संपर्क किया. उमा ने फोन पर पूछा, “क्या राजा का फोन चालू हुआ?” क्योंकि वह अपने बेटे से बात करने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन उसका फोन बंद था. सोनम ने जवाब दिया, “नहीं, अभी नहीं चालू हुआ. हम ट्रेकिंग कर रहे हैं, ऊपर पहुंचकर कॉल करेंगे.” लेकिन वो कॉल कभी नहीं आया.

इस बातचीत में उमा ने सोनम से पूछा कि क्या उसने व्रत रखा है. “मैं खाना बना रही थी, तभी याद आया कि आज तेरा व्रत है. व्रत रखा ना?” उमा ने पूछा. सोनम ने जवाब दिया, “हां, मैंने व्रत रखा है. मैंने कहा कि ट्रैवलिंग की वजह से व्रत नहीं तोड़ूंगी.” उमा ने उसे व्रत के दौरान खाने लायक कुछ खाने की सलाह दी, लेकिन सोनम ने कहा, “हम जंगल में ट्रेकिंग कर रहे हैं, यहां कुछ नहीं मिलेगा.”

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सोनम ने सास को ये भी बताया कि ये ट्रेक बहुत मुश्किल है. “ये घना जंगल है, चढ़ाई बहुत तीखी है.” जब उमा ने पूछा, “इतनी मुश्किल जगह क्यों चले गए? बिना चढ़े नहीं देख सकते थे?” तो सोनम ने जवाब दिया, “हम एक झरना देखने गए थे. मैंने मना किया, लेकिन राजा ने नहीं माना. बहुत थकाने वाला था, खाना भी ठीक नहीं मिला.” ये बातचीत सामान्य लग रही थी, लेकिन अब पुलिस इसे हत्या की साजिश का हिस्सा मान रही है.

क्या राजा उस वक्त जिंदा था?
इस फोन कॉल में एक सवाल जो पुलिस को परेशान कर रहा है, वो ये है कि राजा ने अपनी मां से बात क्यों नहीं की? अगर सोनम और राजा साथ थे, तो राजा का फोन बंद क्यों था? क्या उस वक्त राजा की हत्या हो चुकी थी? मेघालय पुलिस का मानना है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी. पुलिस के मुताबिक, सोनम ने तीन किराए के हत्यारों- आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान, और आनंद पटेल को राजा को खत्म करने के लिए हायर किया था.

11 मई को शादी के बाद 20 मई को राजा और सोनम हनीमून के लिए मेघालय पहुंचे. 23 मई को वो सोहरा (चेरापूंजी) के पास लापता हो गए. 2 जून को राजा का आधा सड़ा-गला शव ईस्ट खासी हिल्स के एक गहरे गड्ढे में मिला, जिस पर धारदार हथियार (माना जा रहा है कि माचेट) से हमले के निशान थे. सोनम उस वक्त गायब थी और 8 जून की रात तक उसका कोई अता-पता नहीं था.

गाजीपुर में सोनम का ड्रामा
8 जून की रात को सोनम अचानक उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर प्रकट हुई. वहां वह बुखार और परेशानी की हालत में थी. उसने ढाबे के मालिक से फोन मांगकर अपने भाई गोविंद को कॉल किया. गोविंद ने पुलिस को सूचना दी, और सोनम को नंदगंज पुलिस स्टेशन में सरेंडर करना पड़ा. लेकिन सोनम ने दावा किया, “मुझे अगवा किया गया था. मुझे नहीं पता मैं गाजीपुर कैसे पहुंची. मैं निर्दोष हूं, हत्यारी नहीं!”

हालांकि, मेघालय पुलिस का कहना है कि सोनम ने ये सब ड्रामा रचा था ताकि वह खुद को पीड़ित दिखा सके. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अमिताभ यश ने कहा, “सोनम एक खराब प्लानर थी. उसने सोचा कि वह पीड़ित बनकर बच जाएगी, लेकिन उसका प्लान फेल हो गया.” पुलिस ने सोनम के कॉल रिकॉर्ड्स चेक किए, जिसमें राज कुशवाह के साथ उसकी लगातार बातचीत सामने आई. इसके बाद राज कुशवाह और तीनों किराए के हत्यारों को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया.

पुलिस का मानना है कि ये हत्या प्रेम त्रिकोण का नतीजा थी. राज कुशवाह, जो सोनम के पिता के प्लाइवुड कारखाने में अकाउंटेंट था, सोनम का कथित प्रेमी था. सोनम ने राजा को मेघालय ले जाने का प्लान बनाया, जहां हत्यारों ने जंगल में राजा पर हमला किया. हत्या के बाद सोनम और हत्यारे गुवाहाटी गए और वहां से अलग-अलग दिशाओं में भाग गए ताकि पकड़े न जाएं. लेकिन पुलिस की तेज जांच और सीसीटीवी फुटेज ने उनकी साजिश को बेनकाब कर दिया.