
गुजरात के समलैंगिक राजकुमार मानवेंद्र सिंह ने अपने दोस्त डीएंड्रे रिचर्डसन से कानूनी तौर पर शादी कर ली है. दोनों की शादी 6 जुलाई 2022 को ओहायो के कोलंबस के एक चर्च में हुई. रिचर्डसन ने सोशल मीडिया पर मैरिज सर्टिफिकेट भी शेयर किया. आपको बता दें कि मानवेंद्र सिंह और रिचर्डसन कई सालों से साथ रह रहे थे.
राजपरिवार से आते हैं मानवेंद्र-
मानवेंद्र सिंह राजपीपला रियासत के राजकुमार हैं. उनके पिता का नाम रघुवीर सिंह और मां का नाम रुक्मिणी देवी है. मानवेंद्र ने मुंबई के स्कॉटिस स्कूल से पढ़ाई की. मुंबई के अमृतबेन जीवनलाल कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. साल 1991 में मध्य प्रदेश के झाबुआ की राजकुमारी चंद्रिका कुमारी से मानवेंद्र की शादी हुई. लेकिन जल्द ही राजकुमारी को मानवेंद्र की सच्चाई पता चल गई. पत्नी ने मानवेंद्र को तलाक दे दिया. बाद में मानवेंद्र ने अपनी शादी को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा और खुद जताया.
साल 2006 में गे होने की बात कबूल की-
राजकुमार मानवेंद्र सिंह ने साल 2006 में एक अखबार को इंटरव्यू दिया और कबूल किया कि वो गे हैं. राजघराने के पहले सदस्य हैं, जिन्होंने सार्वजनिक तौर पर खुद के गे होने की बात कबूल की. उनके कबूलनामे के बाद हंगामा मच गया. घरवालों से लेकर नाते-रिश्तेदारों ने उनका विरोध किया.
10 साल की उम्र में मानवेंद्र को पता चली थी सच्चाई-
राजकुमार मानवेंद्र ने फिलहाल अपने दोस्त रिचर्डसन से शादी कर ली है. इससे पहले काफी बवाल हुआ. उन्होंने झाबुआ की राजकुमारी से शादी और जब उनकी पत्नी को पता चला कि वो समलैंगिक हैं तो उसने मानवेंद्र को तलाक दे दिया. हालांकि मानवेंद्र को खुद के समलैंगिक होने की बात बचपन से ही पता थी. जब मानवेंद्र सिंह 12 साल के थे, तब उनको पहली बार पता चला कि वो समलैंगिक हैं.
घर से बेदखल हुए प्रिंस-
साल 2002 में राजकुमार मानवेंद्र सिंह को नर्वस ब्रेकडाउन हुआ और उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस दौरान सायकायट्रिस्ट ने परिवार को मानवेंद्र सिंह की सच्चाई बताई. इसके बाद परिवार ने उनका इलाज कराने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया. मेडिकल से लेकर तांत्रिक तरीका अपनाया. लेकिन जब प्रिंस ने सार्वजनिक तौर पर कबूल किया तो उनके खिलाफ प्रदर्शन होने लगे. दबाव में परिवार ने उनको जायदाद से बेदखल कर दिया और सारे संबंध तोड़ लिए.
मानवेंद्र ने कैमरे पर बताई सच्चाई-
राजकुमार मानवेंद्र सिंह ने साल 2007 में अमेरिकी शो द ओपरा विनफ्रे में शिरकत किए. साल 2009 में बीबीसी के 'अंडर कवर प्रिंस' कार्यक्रम में कई दिनों तक बंगले में अपने दोस्तों के साथ रहे. इस दौरान उन्होंने राज परिवार को लेकर कई खुलासे किए. एक शो में मानवेंद्र ने बताया था कि कई बार उनके मन में आत्महत्या जैसे ख्याल भी आए.
समलैंगिकों के लिए महल के दरवाजे खोल दिए-
साल 2018 में भारत में सुप्रीम कोर्ट ने धारा 377 को गैर-कानूनी करार दिया और समलैंगिक रिश्तों की छूट दे दी. इसके बाद राजकुमार मानवेंद्र सिंह ने अपने महल के दरवाजे समलैंगिकों के लिए खोल दिए. महल अब रिसोर्ट और फिल्म शूटिंग के लिए स्टूडियो के तौर पर इस्तेमाल होता है. राजकुमार मानवेंद्र ने समलैंगिकों के लिए एक आश्रम भी बनवाया है. जिसका नाम जैनेट रखा है. ये एशिया का पहला गे आश्रम है.
धार्मिक गुरू संबंध बनाना चाहते थे- प्रिंस
आणंद के सरदार पटेल यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में राजकुमार मानवेंद्र बड़ा खुलासा किया था. राजकुमार ने दावा किया था कि देश के कई बड़े धर्मगुरु उनके साथ यौन संबंध बनाने की इच्छा जाहिर की थी.
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