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उम्र 59 साल और एक ट्रेन हादसा... पैर खो देने की दिल दहला देने वाली कहानी या साइंस का चमत्कार

महेश माथुर के साथ जिस तरह का ट्रेन हादसा हुआ वैसे ट्रेन हादसे के बारे में शायद आप सुनना भी ना चाहें.. जिसमें बहुत सारा दर्द है . लेकिन आज महेश माथुर की कहानी कुछ और है जिसे जरूर जानना चाहिए

कृत्रिम पैर कृत्रिम पैर
हाइलाइट्स
  • महेश माथुर एक फाइनेंस कंपनी में काम करते हैं

  • एक ट्रेन हादसे ने महेश माथुर की जिंदगी बदल डाली

हमारे आसपास ऐसी कई कहानियां हैं जो खुद में एक इग्जैम्पल सेट करती हैं. ऐसी ही एक कहानी है 59 साल के एक शख्स की. इनकी कहानी  10 मार्च 2021को शुरू हुई .. और एक ट्रेन हादसे ने जिंदगी बदल डाली. ट्रेन हादसे के साथ ही महेश माथुर (बदला हुआ नाम) को इतनी चोटें आई जिसकी शायद हम कल्पना भी ना करना चाहें. इन्हीं चोटों की वजह से महेश माथुर (बदला हुआ नाम) को 23 ऑपरेशन करवाने पड़े और महीनों इलाज भी करवाना पड़ा. लेकिन ये उनके हौसले की ही देन है कि आज वो चल पा रहे हैं. 

दरअसल महेश माथुर (बदला हुआ नाम) 0 मार्च, 2021 को एक लोकल ट्रेन से गिर गए. इस हादसे में माथुर को गंभीर चोटें आई.  महेश माथुर का दाहिना पैर दाहिना पैर पूरी तरह से कट गया था. बाएं पैर में भी गंभीर चोटें आई थी. चोट इतना गहरा था कि माथुर के पैर की हड्डियां बाहर निकल गई थी. इसलिए इन चोट लगी सभी जगहों को काट कर निकालना पड़ा. लेकिन आज महेश अपने पैरों पर चल पा रहे हैं. और ये सब कृत्रिम पैर की बदौलत मुमकिन हो पाया .  

बता दें कि महेश माथुर एक फाइनेंस कंपनी में काम करते हैं. उनकी जिंदगी में ये हादसा उस वक्त हुआ जब वो लोकल ट्रेन में सफर कर रहे थे और भीड़ काफी ज्यादा होने की वजह से वो चलती ट्रेन से बाहर गिर गए. तभी दूसरी ट्रेन उनके पैरों के ऊपर से गुजर गई. हॉस्पिटल ले जाने के बाद डॉक्टर ने उनके पैर को काट कर निकाल दिया. बता दें कि पास के स्थानिय ग्लोबल अस्पताल में महेश को भर्ती किया गया था. 

उनका इलाज  किया गया और  महेश माथुर को कृत्रिम पैर लगाए गए. चोट ज्यादा होने की वजह से उन्हें रिकवर होने में ज्यादा वक्त लगा. लेकिन आज महेश अपने पैरों पर चल सकते हैं , आज वो अपने छोटे -मोट काम के लिए किसी पर मोहताज नहीं हैं. 

मुंबई से देव अमिश की रिपोर्ट