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केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जीता लोगों का दिल, काफिला रोक धरना दे रहे मरीजों को किया मदद का वादा

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ओड़िशा विधनसभा के सामने धरना दे रहे किडनी की बीमारी से परेशान मरीजों से मुलाकात की. इसके साथ ही उन्होंने मरीजों को हर संभव मदद का वादा भी किया. इस दौरान पीड़ित मरीजों ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से अपनी परेशानियां भी बताई.

Union Minister Dharmendra Pradhan stops his convoy to meet grieving peoples sitting on Dharna Union Minister Dharmendra Pradhan stops his convoy to meet grieving peoples sitting on Dharna
हाइलाइट्स
  • किडनी की बीमारी से परेशान मरीजों से मिले धर्मेंद्र प्रधान

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओड़िशा विधनसभा के सामने राज्य में किडनी उपचार की लचर व्यवस्था के खिलाफ भूख हड़ताल करने जा रहे मरीजों से मिलकर बातचीत किया. साथ ही धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से प्रदेश के कटक जिले में किडनी के मरीजों के लिए उत्तम उपचार एवं उपयुक्त दवाईओं की व्यवस्था करने की मांग की है. 
 
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान रविवार को भुवनेश्वर के रेलवे स्टेशन पर विभाजन विभीषिका दिवस पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करने पहुंचे थे. वहीं कार्यक्रम के समाप्ती के बाद प्रदेश के बागेश्वर जिले कि जयाश्री बेहरा ने नम आंखों के साथ प्रधान से किडनी की बीमारी से परेशान अपनी लाचारी को बताया. बेहरा ने कहा कि हम हम दर्जनों लोग किडनी की बीमारी की मार से परेशान है और ओडिशा विधानसभा के सामने भारी बारिश में धरना दे रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार के द्वारा कोई सहायता नहीं मिल रही है.

मरीजों से की बात
धर्मेंद्र प्रधान ने प्रदर्शन स्थल से निकलकर अपने काफिले को धरना के स्थान पर रोका और सभी किडनी की बीमारी से परेशान सभी लोगों से बातचीत किया. प्रधान ने बारी-बारी से किडनी के मरीजों की बात सुनी और उन्हें जल्द ही मदद करने का आश्वासन दिया. साथ ही प्रधान ने कहा कि किसी भी प्रकार से भूख हड़ताल करने की जरुरत नहीं है. प्रधान ने कहा कि हम इस संबंध में राज्य सरकार से बातचीत करेंगे.
 
धर्मेंद्र प्रधान को मरीजों ने बताई अपनी परेशानियां
जीएनटी से बातचीत में जयाश्री बेहरा ने बताया कि हमारे पति का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया है. पहली बार कटक जिले के एससीबी मेडिकल कॉलेज में सन 2014 में किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था. सही उपचार नहीं मिलने से दोबारा किडनी ट्रांसप्लांट किया गया है. किडनी बीमारी में राज्य सरकार की लचर व्यवस्था के कारण यहां पर दर्जनों की संख्या में लोग हैं जो किडनी के बीमारी का शिकार हुए हैं. वर्तमान समय में कटक के एससीबी मेडिकल में किडनी संबंधित बीमारी का इलाज करने के लिए कोई भी एक वरिष्ठ डॉक्टर नहीं है. साथ ही किडनी के मरीजों के लिए सही दवा उपलब्ध नहीं है. बेहरा ने विस्तार से कहा कि कटक एससीबी मेडिकल में जूनियर को सहायक प्रोफेसर बना दिया गया है जिन्हें किडनी बिमारी के बारे में सही जानकारी नहीं है. सहायक प्रोफेसर द्वारा किडनी के मरीजों को दी गई दवाओं उनकी हालत नाजुक बनी है.
 
धर्मेंद्र प्रधान ने दिया मदद का आश्वासन
बेहरा ने बताया कि कटक मेडिकल में एक वरिष्ठ डॉक्टर चितरंजन कर की कोरोना के कारण मौत हो गई है. उनके द्वारा लिखी गई दवाई हम सभी किडनी मरीजों को राहत देता था. बेहरा ने कहा कि  राज्य सरकार से निवेदन है कि किडनी के मरीजों के लिए सही दवाई लाया जाए एवं इस बीमारी से संबंधित वरिष्ठ डॉक्टर को नियुक्त किया जाए. अगर सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो हम भूख हड़ताल फिर से शुरू करेंगे. धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर प्रदेश के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को कटक जिले के एससीबी मेडिकल कॉलेज में किडनी संबंधित मरीजों के लिए वरिष्ठ डॉक्टर एवं उचित दवाइयों की उपलब्धता की मांग की है.