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कौन हैं Vinai Kumar Saxena, जिनको दिल्ली का नया उपराज्यपाल बनाया गया है

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली का नया राज्यपाल नियुक्त किया है. विनय कुमार उपराज्यपाल अनिल बैजल की जगह लेंगे. अनिल बैजल ने 18 मई 2022 को अपने पद से इस्तीफा दिया था.

दिल्ली के नए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना दिल्ली के नए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना
हाइलाइट्स
  • दिल्ली के नए उपराज्यपाल बनाए गए विनय कुमार सक्सेना

  • अनिल बैजल की जगह लेंगे विनय कुमार सक्सेना

विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विनय कुमार को उपराज्यपाल नियुक्त किया है. विनय कुमार खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष हैं. विनय कुमार अनिल बैजल की जगह लेंगे. अनिल बैजल ने 18 मई को राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा भेज दिया था. बैजल दिसंबर 2016 में दिल्ली के उपराज्यपाल बनाए गए थे. 

खादी को नए मुकाम पर पहुंचाया-
विनय कुमार सक्सेना खादी ग्रामोद्योग के चेयरमैन हैं. उन्होंने 27 अक्टूबर 2015 को अध्यक्ष के तौर पर पदभार ग्रहण किया था. इस दौरान उन्होंने हनी मिशन, कुम्हार सशक्तिकरण योजना, चमड़ा कारीगर जैसी कई योजनाएं भी चलाई. विनय सक्सेना ने खादी उद्योग को एक अलग मुकाम तक पहुंचाया. उनकी योजनाओं की वजह से ही खादी का उत्पादन 5 साल में 88 फीसदी से अधिक बढ़ गया. उनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा चरखे और करघों का वितरण हुआ.

कौन हैं विनय कुमार सक्सेना-

विनय कुमार का जन्म 23 मार्च 1958 को को हुआ था. उन्होंने कानपुर विश्वविद्यालय से पढ़ाई की. विनय कुमार पायलट भी हैं. सक्सेना ने सामाजिक कुरातियों से लड़ना, आपदा प्रबंधन सहायता और शहरी क्षेत्रों की स्वच्छता के लिए भी काम किया है. उन्होंने राजस्थान में जेके ग्रुप के साथ एक सहायक अधिकारी के तौर पर काम शुरू किया था. इसके बाद सक्सेना ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने जेके ग्रुप में 11 साल काम किया. साल 1995 में विनय कुमार को प्रस्तावित बंदरगाह परियोजना के लिए जनरल मैनेजर बनाया गया. इसके बाद उनको सीईओ बनाया गया. विनय कुमार ने धोलर पोर्ट प्रोजेक्ट के डायरेक्टर के तौर भी काम किया. विनय कुमार एनजीओ-एनसीसीएल के संस्थापक अध्यक्ष भी हैं. इस संगठन ने गुजरात में भूकंप प्रभावित इलाकों में काम किया था.

महात्मा गांधी के अपमान का उठाया था मुद्दा-
मैडम तुसाद संग्रहालय में दुनिया के बड़े नेताओं की मूर्तियों को रखा गया था. लेकिन महत्मा गांधी की मूर्ति को आइस क्रीम पार्लर के पास एक कूड़ेदान के बगल रखा गया था. महात्मा गांधी के अपमान से आहत एक शख्स ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन को चिट्ठी लिखी और इसे महात्मा गांधी का अपमान बताया. इस चिट्ठी के बाद संग्रहालय की तरफ से माफी की पेशकश की गई और महात्मा गांधी की प्रतिमा को दुनिया के तमाम बड़े नेताओं के साथ लगाया गया. ब्रिटेन के पीएम को चिट्ठी लिखने वाले विनय कुमार सक्सेना थे, जिनको दिल्ली का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है.

अनिल बैजल ने दिया था इस्तीफा-

18 मई को अनिल बैजल ने दिल्ली के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा दिया था. जिसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वीकार कर लिया है. बैजल ने 31 दिसंबर 2016 से 5 साल तक एलजी के पद पर काम किया. अनिल बैजल ने अटल बिहारी की सरकार में केंद्रीय गृह सचिव के तौर पर काम किया था. साल 2018 में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से उनका विवाद भी हुआ था. उस वक्त केजरीवाल उनके ऑफिस में धरने पर बैठ गए थे.

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