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ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे में क्या मिला, जानिए हिंदू और मुस्लिम पक्ष का क्या है दावा

तीन दिन में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का काम पूरा हो गया है. मंगलवार को कोर्ट के नियुक्त कमिश्नर अपनी रिपोर्ट सौपेंगे. रिपोर्ट सौंपने से पहले दोनों पक्ष अपने-अपने दावे कर रहे हैं. 52 लोगों की टीम ने सर्वे का काम पूरा किया.

ज्ञानवापी मस्जिद (फाइल फोटो) ज्ञानवापी मस्जिद (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
  • ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम पूरा

  • सर्वे में शिवलिंग मिला- हिंदू पक्ष

  • मुस्लिम पक्ष ने खारिज किया दावा

काशी की ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का काम पूरा हो गया है. सर्वे पूरा होने के बाद दोनों पक्षों की ओर से अपने-अपने दावे किए गए. हिंदू पक्ष का दावा है कि सर्वे में शिवलिंग मिला है. जबकि मुस्लिम पक्ष इस दावे को खारिज कर रहा है. चलिए हम आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है...

हिंदू पक्ष का क्या है दावा-
ज्ञानवापी मस्जिद में तीसरे दिन भी सर्वे किया गया. सर्वे कमीशन ने बारीकी के साथ तीनों गुंबद, तहखाने, तालाब और हर जगह की वीडियोग्राफी की है. सर्वे के बाद जब टीम बाहर निकली तो हिंदू पक्ष की ओर से बड़ा दावा किया गया. हिंदू पक्ष के पैरोकार डॉ सोहनलाला ने दावा किया कि मस्जिद के अंदर से शिवलिंग मिला है. उनका कहना है कि मस्जिद में वजूखाने में शिवलिंग मिला है. इसके बाद हिंदू पक्ष ने अपने दावे की जानकारी वाराणसी कोर्ट को दी. हिंदू पक्ष ने इसे महत्वपूर्ण साक्ष्य बताते हुए उस जगह को सील करने की मांग की. जिसके बाद जज रवि कुमार दिवाकर ने प्रशासन को निर्देश दिए कि वो उस जगह को सील करते हुए उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करे. हिंदू पक्ष  ने कहा है कि वो अब पश्चिमी दीवार के पास 75 फीट लंबे, 30 फीट चौड़े और 15 फीट ऊंचे मलबे के सर्वे की मांग उठाएंगे.

मुस्लिम पक्ष ने खारिज किया दावा-
हिंदू पक्ष के दावों को मुस्लिम पक्ष ने खारिज कर दिया है. मुस्लिम पक्ष ने कहा है कि वो इस मामले पर मंगलवार को कोर्ट के सामने अपनी बात रखेंगे.

कोर्ट कमिश्नर ने क्या कहा-
कोर्ट कमिश्नर ने दावा किया है कि शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है और उम्मीद है कि वो सर्वे से जुड़ी अपनी रिपोर्ट जल्द से जल्द वो कोर्ट में दाखिल कर देंगे.

सर्वे के पहले दिन क्या हुआ-
ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम कोर्ट के आदेश पर संपन्न हुआ है. कोर्ट ने तीन दिन में सर्वे पूरा कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था. बीते शनिवार को सर्वे की शुरुआत हुई थी. सर्वे करने वाली टीम में कुल 52 लोग थे. मस्जिद के तहखानों से लेकर ऊपरी हिस्सों तक सर्वे किया गया. 80 फीसदी काम तो रविवार को ही पूरा कर लिया गया था. सर्वे के पहले दिन मस्जिद के तहखानों के चारों कमरों का सर्वेक्षण किया गया. टीम ने तहखानों का विस्तार से सर्वेक्षण किया और उसकी पूरी वीडियोग्राफी कराई. पहले दिन के सर्वेक्षण के बाद हिंदू पक्ष की ओर से दावा किया गया कि मस्जिद परिसर में जो कुछ मिला वो उनकी कल्पनाओं से भी ज्यादा मिला.

दूसरे दिन क्या हुआ-
रविवार को दूसरे दिन भी सर्वे का काम जारी रहा. रविवार को सबसे ज्यादा समय तक सर्वे का काम हुआ. लेकिन पूरी मस्जिद के सर्वे का काम पूरा नहीं हुआ. सर्वे के दूसरे दिन मस्जिद के ऊपरी भाग का सर्वेक्षण किया गया. दूसरे दिन सर्वे का करीब 80 फीसदी काम संपन्न कर लिया गया. वाराणसी के जिलाधिकारी के मुताबिक शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे का काम किया गया और दोनों पक्षों ने इस संबंध में किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं की.

सर्वे का तीसरा दिन-
सर्वे का काम तीसरे दिन पूरा हो गया. सर्वे के आखिरी दिन टीम के अधिकारियों और उच्चाधिकारियों के फैसले के बाद परिसर में मौजूद तालाब का पानी निकालकर वीडियोग्राफी कराई गई. हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया कि अंदर एक कुएं में शिवलिंग मिला है.
इसके बाद वाराणसी कोर्ट ने प्रशासन को शिवलिंग मिलने वाली जगह को सील किए जाने का आदेश दिया है. अब कोर्ट के नियुक्त किए गए कमिश्नर मंगलवार को कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौपेंगे. मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले की सुनवाई होगी.

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