scorecardresearch

इंडियन आर्मी कल मनाएगी 'सेना दिवस', भारत-पाकिस्तान सीमा पर फहराया जाएगा सबसे बड़ा राष्ट्रध्वज

राष्ट्रीय ध्वज को "सेना दिवस" के मौके पर जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखा जाएगा. इस विशालकाय राष्ट्रीय ध्वज को लोंगेवाला में प्रदर्शित किया जाएगा.

 सबसे बड़ा राष्ट्रध्वज सबसे बड़ा राष्ट्रध्वज
हाइलाइट्स
  • सेना दिवस के मौके पर विशालकाय राष्ट्रध्वज को लोंगेवाला में प्रदर्शित किया जाएगा.

  • इस झंडे को तैयार करने में 70 कारीगरों को 49 दिन लगे.

15 जनवरी का दिन भारतीय इतिहास में बेहद खास होता है. हर साल इस दिन सेना दिवस (Army Day) के तौर पर मनाया जाता है.  इस साल भारत का 74 वां सेना दिवस मनाया जा रहा है. 15 जनवरी को इस मौके पर नई दिल्ली और सभी सेना मुख्यालयों पर सैन्य परेड, सैन्य प्रदर्शनियों और कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है. इस मौके पर विश्व का सबसे बड़ा राष्ट्रध्वज कल सेना दिवस के मौके पर पर राजस्थान के लोंगेवाला में प्रदर्शित किया जाएगा. 

स्मारक राष्ट्रीय ध्वज जोकि खादी के कपड़े से बना दुनिया का सबसे बड़ा राष्ट्र ध्वज है, उसे शनिवार को "सेना दिवस" के मौके पर जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक भव्य सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखा जाएगा. इस विशालकाय राष्ट्रध्वज को लोंगेवाला में प्रदर्शित किया जाएगा जो 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच ऐतिहासिक लड़ाई का केंद्र चरण था. 

 2 अक्टूबर 2021 को लेह में इसके अनावरण के बाद से यह राष्ट्र ध्वज का 5वां सार्वजनिक प्रदर्शन होगा. इसे 8 अक्टूबर 2021 को वायु सेना दिवस के अवसर पर हिंडन एयरबेस पर और 21 अक्टूबर 2021 को भारत में 100 करोड़ कोविड टीकाकरण पूरा होने की उपलब्धि पर लाल किले में प्रदर्शित किया गया था. स्मारक राष्ट्रध्वज 4 दिसंबर 2021 को, नौसेना दिवस मनाने के लिए मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास नौसेना डॉकयार्ड में भी प्रदर्शित किया गया था. 

झंडे को तैयार करने में 70 कारीगरों को 49 दिन लगे

स्मारक राष्ट्रध्वज भारतीयता की सामूहिक भावना और खादी की विरासत शिल्पकला का प्रतीक है. इसे खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाने के लिए तैयार किया है. केवीआईसी ने ऐतिहासिक अवसरों पर प्रमुख स्थानों पर इसे प्रदर्शित करने के लिए रक्षा बलों को ध्वज सौंप दिया है.ये राष्ट्रध्वज 225 फीट लंबा, 150 फीट चौड़ा और इसका वजन लगभग 1400 किलोग्राम है. इस झंडे को तैयार करने में 70 खादी कारीगरों को 49 दिन लगे. झंडे को बनाने में 4500 मीटर हाथ से काते, हाथ से बुने हुए खादी कॉटन बंटिंग का इस्तेमाल किया गया है, जो 33-750 वर्ग फुट के कुल क्षेत्रफल को कवर करता है. ध्वज में अशोक चक्र का व्यास 30 फीट है. 

(मोहित शर्मा की रिपोर्ट)