scorecardresearch

देश पर न्यौछावर स्वर कोकिला, नगमे जो दिल में देशभावना जगा गए... लता दीदी के अनकहे अनसुने किस्से

सुरों का एक महायुग भले ही अंत हो गया हो. लता दीदी की आवाज भले ही हमेशा के लिए मौन हो गई हो लेकिन, लता मंगेश्कर हमेशा देशवासियों के दिलों में जिंदा रहेंगी. क्योंकि उनका दिल भी इन्हीं देशवालों के लिए ही धड़कता था. बात चाहे पंडित जवाहर लाल नेहरू के दौर की हो या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौर की. हर दौर में लता दीदी ने अपनी अमिट छाप छोड़ी. क्रिकेट के लिए उनकी दीवानगी के तो हजारों किस्से हैं हीं लेकिन, उनके कुछ अनकहे अनसुने किस्से भी हैं...

Whether it is from the era of Pandit Jawaharlal Nehru or the era of Prime Minister Narendra Modi. Lata didi left her indelible mark in every round. There are thousands of tales of his passion for cricket, but he also has some untold unheard tales.