
अगर आप ट्रेन में रोजाना सफर करते हैं तो ये खबर आपके लिए है. आपको सावधान रहने की जरूरत है. ट्रेन में टिकट दिखाने से मुसाफिर ठगी का शिकार हो रहे हैं. अहमदाबाद आरपीएफ ने एक ऐसे ही फर्जी टीटीई को गिरफ्तार किया है, जो टिकट नहीं होने पर फाइन QR कोड से वसूलता था. जो मुसाफिर स्कैन करता था, वो ठगी का शिकार हो जाता था.
कैसे करता था ठगी-
फर्जी टीटीई ट्रेन में सफर करने वाले कम पढ़े-लिखे, मजदूर वर्ग को अपना शिकार बनाता था. वो खुद को टीटीई बताता था और मुसाफिरों का टिकट चेक करता था. अगर किसी मुसाफिर के पास वेटिंग टिकट होता तो वो कहता कि थोड़ा एक्स्ट्रा चार्ज लगेगा. मैं बर्थ कन्फर्म करवा दूंगा. जिनके पास टिकट नहीं होता, उनसे फाइन के नाम पर पैसे वसूलता था.
पकड़ा गया फर्जी TTE-
अहमदाबाद रेलवे सुरक्षा बल ने एक ऐसे फर्जी टीटीई को गिरफ्तार किया है, जो ट्रेन में टिकट चेकिंग के नाम पर मुसाफिरों से ठगी करता था. फर्जी टीटीई QR कोड स्कैन कर मुसाफिरों से पैसे वसूलता था. इस आरोपी का नाम शिव शंकर जायसवाल है. पकड़ा गया आरोपी उत्तर प्रदेश के वाराणसी का रहने वाला है. गिरफ्तारी के समय उसके पास से वैध रेलवे आईडी या पहचान पत्र नहीं था. पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है.
कई रेलवे स्टेशनों पर कर चुका है ठगी-
आरोपी शिव शंकर जायसवाल को अहमदाबाद आरपीएफ ने गिरफ्तार किया है. शिव शंकर सिर्फ अहमदाबाद में ही ठगी नहीं करता था. बल्कि दिल्ली, कानपुर, भोपाल और नागपुर में भी ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुका है. वो खुद को रेलवे का कर्मचारी बताता था और ठगी करता था.
जांच में पता चला कि वो काफी समय से ये काम करता था. अब पुलिस मोबाइल, क्यूआर कोड अकाउंट और बैंक डिटेल्स खंगाल रही है, ताकि हर ठगी का रिकॉर्ड निकाला जा सके.
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