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Chhindwara: चरस-गांजा बेचो, पैसे कमाओ, चुनाव लड़ो... ट्रेनी डॉक्टर ने युवक को दी सलाह

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में एक ट्रेनी डॉक्टर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में ट्रेनी डॉक्टर सानिध्य दुबे युवकों को सलाह दे रहे हैं कि डॉक्टर बनकर क्या करोगे? माफिया बनो, चरस-गांजा बेचकर पैसे कमाओ. इस वीडियो के वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया.

Doctor viral video Doctor viral video

मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा के एक ट्रेनी डॉक्टर का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. यह वीडियो उस वक्त का है, जब एक युवक जिला अस्पताल में अपनी एमएलसी के लिए गया था. तभी वहां मौजूद ट्रेनी डॉक्टर सानिध्य दुबे कुछ युवकों से बातचीत में विवादित टिप्पणी की. इसका वीडियो सोमवार 22 सितंबर 2025 को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ. डॉक्टर ने युवक को कहा कि डॉक्टरी में क्या रखा है? वहीं, डाक्टर ने माफिया बनने और चरस-गांजा बेचकर पैसा कमाने की सलाह दी. डाक्टर का यह वीडियो वायरल हो रहा है.

माफिया बनो, पैसे कमाओ- डॉक्टर
दरअसल कुछ युवक एमएलसी के लिए जिला अस्पताल पहुंचे थे. इस दौरान ट्रेनी डॉक्टर सानिध्य दुबे से उनकी बातचीत शुरू हुई. एक युवक ने अपनी महत्वाकांक्षा जाहिर करते हुए कहा कि वह डॉक्टर बनना चाहता है. इस पर डॉ. दुबे ने मजाकिया लहजे में, लेकिन आपत्तिजनक अंदाज में कहा कि अरे, इतने डॉक्टर बनकर क्या करोगे? यहां एक पोस्ट खाली नहीं है. हम चार तो यहीं बैठे हैं. इससे अच्छा माफिया बनो, चरस-गांजा बेचो, पैसा कमाओ. पूरी दुनिया तुम्हारे लिए काम करेगी. फिर 6-8 महीने में 30-40 करोड़ जमा करो और विधायक-पार्षद का चुनाव लड़ो.

डॉक्टर साहब को मिला नोटिस-
यह पूरी बातचीत वहां मौजूद किसी शख्स ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली. करीब 45 सेकंड का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहा है, जिसमें डॉ. दुबे का चेहरा साफ दिखाई दे रहा है. इस मामले में सीएमएचओ ने डॉक्टर सानिध्य दुबे को नोटिस दिया है और इनको हटाने के लिए शासन से सिफारिश भी की है.

सीएमएचओ ने कार्रवाई के लिए की सिफारिश-
छिंदवाड़ा के सीएमएचओ डॉ. नरेश गोन्नाडे का कहना है कि हां, ये डॉक्टर हैं, वहां कुछ युवकों को लाया गया था एमएलसी के लिए, किसी ने वीडियो बना लिया और अब वायरल हो रहा है. हमने भी देखा है ये वीडियो और यह वीडियो प्रशासन के भी संज्ञान में है. हमने इनको नोटिस दिया है ओर इनको हटाने के लिए शासन को भी लिखा है. इनका अपाइंटमेंट डायरेक्ट एनएचएम भोपाल से होता है. इनकी जो कार्यप्रणाली है, वो नियम विरुद्ध है और अशोभनीय है. शासन के लिए हानिकारक है. इसलिए इनको हटाने के लिए शासन से सिफारिश की गई.

(पवन शर्मा की रिपोर्ट)

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