
जयपुर जिले के चौमूं क्षेत्र के हस्तेड़ा गांव से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां सड़क हादसे में दो बेटों की मौत की खबर सुनते ही उनके पिता ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया. गांव में एक ही परिवार के तीनों की एक साथ आर्थियां उठी तो हर किसी की आंखें नम हो गईं.
क्या है मामला?
बुधवार दोपहर को बाइक सवार लालचंद और रामेश्वर कुमावत का भीषण सड़क हादसा हो गया. हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. इस दर्दनाक खबर की जानकारी जब उनके पिता दुर्गालाल कुमावत को दी गई तो वे गहरे सदमे में चले गए. वे बेटे खोने का गम वे बर्दाश्त नहीं कर पाए और उसी सदमे में उन्होंने कुछ देर बाद ही दम तोड़ दिया.
एक साथ बाप-बेटों का अंतिम संस्कार
गांव में गमगीन माहौल में तीनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया. जब पिता और दोनों बेटों की अर्थी एक साथ उठी तो गांव का कोई भी शख्स अपनी आंखों के आंसू नहीं रोक पाया. परिवार के दुख को देख पूरा गांव गमगीन हो गया, मानो हस्तेड़ा गांव की गलियां सन्नाटे में डूब गई.
एक ही घर से निकली तीन अर्थियों ने हर किसी को झकझोर दिया. ग्रामीण कहते हैं कि यह परिवार गांव में मिलनसार और सरल स्वभाव के लिए जाना जाता था लेकिन एक ही दिन में एक हादसे की वजह से पुरा परिवार उजड़ गया.
कैसे घटा मामला?
बुधवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे 40 वर्षीय लालचंद कुमावत अपने बड़े भाई रामेश्वरलाल मोटरसाईकिल पर किसी काम से अपने गांव से चौमूं की तरफ जा रहे थे. तभी कालाडेरा थाना क्षेत्र में चौमूं-रेनवाल रोड पर दूध डेयरी के पास तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी. हादसे में दोनों भाइयों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई.
जब घर पर पिता दुर्गालाल कुमावत को हादसे की सूचना मिली तो सदमे से उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गए. अस्पताल लेकर गए लेकिन कुछ घंटो बाद शाम करीब 5 बजे पिता ने भी दम तोड़ दिया. गांववालों को इसकी जानकारी मिली तो माहौल गमगीन हो गया. जिसके बाद तीनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया.
-विशाल शर्मा की रिपोर्ट