
हैदराबाद के 86 वर्षीय उद्योगपति वेलामती चंद्रशेखर जनार्दन राव ने 1965 में वेलजन ग्रुप को तैयार किया था. जनार्दन राव एक प्रसिद्ध उद्योगपति और परोपकारी व्यक्ति थे, जिनका योगदान जहाज निर्माण, ऊर्जा और औद्योगिक अनुप्रयोगों सहित कई क्षेत्रों में था. वह काफी बड़े दानदाता थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जनार्दन राव करीब 500 करोड़ की संपत्ति वाली कंपनी के चेयरमैन थे.
लेकिन गंभीरता की बात है कि उनके घर पर ही उनके नाती द्वारा उनकी हत्या कर दी गई है. पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार यह हत्या प्रॉपर्टी विवाद के चलते की गई है. प्रॉपर्टी विवाद को लेकर पहले दोनों के बीच काफी बहस हुई, जिसके बाद उनके नाती ने अपने साथ लाए हथियार से उनपर वार कर हत्या कर दी.
क्या है मामला?
वेलामती चंद्रशेखर की हत्या प्रॉपर्टी को लेकर उठी एक बहस के बाद की गई. इस हत्या को अंजाम देने वाला उनका 29 वर्षीय पोता कीर्ति तेजा है. चंद्रशेखर वेलजन ग्रुप के चेयरमेन हैं. उनके उपर उनके नाती ने प्रॉपर्टी को मनमाने तरीके से बांटने से आरोप लगाए है.
रिपोर्ट का कहना है कि तेजा अपने हिस्से आई प्रॉपर्टी से खुश नहीं था. उसके हिस्से करीब 4 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी आई थी. लेकिन तेजा इससे संतुष्ट नहीं था. जिसके बाद गुस्साए तेजा ने अपने नाना के उपर चाकू से वार शुरू कर दिए. और वह केवल 2 या 4 वार पर नहीं रुका. उसने नाना को चाकू से 70 बार गोदा.
जानकारी के अनुसार जिस दौरान तेजा अपने नाना को चाकू से गोद रहा था वह कह रहा था, "अपने प्रॉपर्टी सही तरीके से नहीं बांटी. कंपनी में कोई मुझे इज्जत नहीं दे रहा है. मुझे मेरे पैसे दो."
लड़ाई में मां की हुई घायल
चंद्रशेखर की तीन बेटियां और एक बेटा है. जिस दौरान तेजा अपने नाना को चाकू से गोद रहा था उस दौरान उसकी मां ने बीच-बचाव करने की कोशिश की जिसमें वह जख्मी हो गईं. तेजा की मां का नाम सरोजनी देवी है. और फिलहाल उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
चंद्रशेखर के बेटे वेलामती गंगाधर श्रीनिवास ने पुलिस को घटना के बारे में सूचित किया था. जिसके बाद पुलिस ने तेजा को अरेस्ट कर लिया. पुलिस सूत्रों के अनुसार चंद्रशेखर से मिलने जब तेजा और उसकी मां आए थे तो तेजा अपने साथ चाकू लेकर आया था. जिससे साफ होता है कि यह इरादतन हत्या का मामला है.
क्या कहना है पुलिस सूत्रों का
सूत्रों की माने तो तेजा ने नाना को चाकू से गोदने के बाद चाकू और अपने कपड़े दोनों ही फेंक दिए थे. साथ ही पुलिस पूछताछ में वह हथियार और कपड़ो को लेकर अपना मुंह नहीं खोल रहा है. फिलहाल से लिए पुलिस ने चंद्रशेखर की बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
जानकारी के अनुसार तेजा हाल ही में अमेरिका से पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद हैदराबाद लौटा था.
क्या है वेलजन ग्रुप?
वेलजन ग्रुप एक ऐसा ग्रुप है जो 1965 में स्थापित क्या गया था. साथ ही भारत में फ्लूय पावर से क्षेत्र में यह एक लीडर है. वेलजन ग्रुप के पास हाइड्रॉलिक प्रोडक्ट्स को डेवेलप और मैन्यूफेक्चर करने का काफी एक्सपीरियंस है. वेलजन के प्लांट पिछले पांच दशक के हैदराबाद में और उसके आस-पास बसे हुए हैं. इन प्लांट में आधुनिक तकनीक के साथ स्किल्ड लेबर काम करती है. वेलजन युवाओं को काफी प्रोत्साहित करता है.
वेलजन ग्रुप के पास जहाज निर्माण, ऊर्जा, मोबाइल और ओद्योगिक सेक्टर में काम करने का काफी अनुभव है. आज के मार्केट की जरूरतों को पूरा करने के लिए वेलजन ग्रुप अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करता है. जिसमें नए प्रोडक्ट का निर्माण, प्रोडक्ट रेंज का एक्सपेंशन और कार्यक्षमता को बढ़ाना शामिल है.