गेंदा का पौधा एक नाजुक पौधा है, जो ठंड के मौसम में जल्दी सूख जाता है. तापमान गिरते ही इसकी जड़ें कमज़ोर होने लगती हैं और मिट्टी सख्त हो जाती है. लेकिन क्या आपको पता है कि सूखा हुआ गेंदा पूरी तरह से खत्म नहीं होता? एक बार चेक करें कि अगर जड़ हरी है, तो इसका मतलब है कि पौधा अभी भी जिंदा है. अगर विशेष देखभाल दी जाए, तो यही पौधा दोबारा हरा होकर पहले की तरह पीले–पाले फूलों से लद सकता है.
सबसे पहले बेकार टहनियां काटें
सूख चुकी और भूरे रंग की टहनियों को ऊपर से 2-3 इंच छोड़कर काट लें. इससे पौधे में नए टहनियां निकलना शुरू हो जाते हैं. पुरानी सूखी टहनियां पौधे की ऊर्जा खींच लेती हैं, जिससे नई टहनी निकल नहीं पाती थी.
मिट्टी को ढीला करें
जड़ों के आसपास की मिट्टी को ढीला करें, ताकि जड़ तक ऑक्सीजन पहुंच सके. इससे पौधा जल्दी जीवित होने लगता है. टाइट मिट्टी के कारण जड़ में ठीक से पानी भी नहीं पहुंच पाता है जिससे पौधा मुरझा जाता है.
पौधे में थोड़ा-थोड़ा पानी डालें
सूखे पौधे को बहुत ज्यादा पानी न दें. पहले हल्की नमी बनाएं और मिट्टी सूखने से पहले दोबारा पानी न डालें. ठंड का मौसम वैसे भी नमी वाला होता है जो जड़ों में नमी बना कर रखता है, इसलिए ओवरवॉटरिंग से बचें.
गोबर की खाद और सरसों खली जरूर डालें
एक मुट्ठी सूखी गोबर की खाद और सरसों की खली (सरसों का तेल पेड़ने के बाद बची चीज) को मिला कर पौधे की जड़ों से 3-4 इंच ऊपर तक डालें. इससे पौधा तुरंत पोषण लेता है और नई शाखाएं निकलने लगती हैं.
पौधे को 4-5 घंटे धूप दें
गेंदा धूप पसंद करने वाला पौधा है. सर्दियों में धूप की कमी के कारण यह सूखने लगता है. इसलिए पौधे को ऐसी जगह रखें, जहां रोज कम से कम 4-5 घंटे की धूप उसे मिल सके.
सूखे फूल हटाएं
यदि मुरझाए फूल पौधे पर लगे रहें, तो पौधा उन फूलों में बीज बनाने लग जाता है जिससे पौधे की ऊर्जा सूखे पूल में लगाने लग जाती है. ऐसे में पौधे का पोषण बंट जाता है. सूख चुके फूलों को हटाने से नए और सुंदर फूल जल्दी आता है.
अगर आप यह प्रक्रिया 7-10 दिनों तक फॉलो करेंगे, तो सूखा हुआ गेंदे का पौधा फिर से खिलखिला उठेगा और 20–25 दिनों में पीले-पीले फूलों से फिर से लद जाएगा.