scorecardresearch

मिलिए 4 साल के आर्यभट्ट से...बिना स्कूल जाए सॉल्व कर लेते हैं सारी प्रॉब्लम

अव्यान अभी तक स्कूल नहीं गया है लेकिन वह मैथ की बड़ी बड़ी प्रॉब्लम को सॉल्व कर लेता है. अव्यान को हजार तक नंबर के एडिशन में कोई समस्या नहीं आती है. उसे टेबल याद हैं और वह बड़ी आसानी से 16 तक के नंबर का स्क्वायर और क्यूब बता सकता है. अव्यान को 10 तक के shapes के नाम भी पता है.

Avyaan Avyaan
हाइलाइट्स
  • अव्यान की क्रिएटिविटी है कमाल

  • आम बच्चों से अलग है अव्यान

4 साल के अव्यान की बहन का नाम मायरा है.अव्यान मायरा नहीं बोल पाता है और अपनी तोतली भाषा में उसे मायला बोलता है. अव्यान अपनी बहन का नाम ठीक ठीक अभी भी नहीं बोल पाता लेकिन अव्यान ने अपनी उम्र से कहीं ज्यादा मैथ और उसके कैलकुलेशन सीख लिए हैं.

अव्यान अभी तक स्कूल नहीं गया है लेकिन वह मैथ की बड़ी बड़ी प्रॉब्लम को सॉल्व कर लेता है. अव्यान को हजार तक नंबर के एडिशन में कोई समस्या नहीं आती है. उसे टेबल याद हैं और वह बड़ी आसानी से 16 तक के नंबर का स्क्वायर और क्यूब बता सकता है. अव्यान को 10 तक के shapes के नाम भी पता है.

आम बच्चों से अलग है अव्यान
अव्यान की मां सच्ची शर्मा बताती हैं कि जब अव्यान सवा साल का था तो इसने बस के पीछे लिखे नंबर को पढ़ लिया था. तब तक हमने उसे घर पर कुछ भी पढ़ाया लिखाया नहीं था उसने उन नंबर को कैसे पढ़ा हमें नहीं पता, लेकिन फिर सिलसिला शुरू हो गया. अब तो कई बार वह ऐसे सवाल पूछ लेता है जिसके जवाब के लिए हमें भी कैलकुलेटर या गूगल का इस्तेमाल करना पड़ता है. आम बच्चों को खेलने के लिए कार चाहिए होती है. वह बंदूक मांगते हैं लेकिन अव्यान को नंबर ब्लॉक्स सबसे ज्यादा पसंद हैं. उसे कार और गन का शौक नहीं है.

अव्यान की क्रिएटिविटी है कमाल
अव्यान के पिता पुनीत शर्मा बताते हैं कि अव्यान काफी क्रिएटिव भी है. अव्यान के पापा ने उसकी एक ड्राइंग दिखाई, जो उसने सबसे पहले बनाई थी. ड्राइंग में अव्यान ने अपने पैर बनाए हैं और पैर में चप्पल बनाई है. ड्राइंग में अव्यान ने एक चींटी भी बनाई है, जो उसके पैर के नीचे आ गई. आमतौर पर इस तरह से सोचना भी काफी मुश्किल होता है. अव्यान अभी तक एक भी बार स्कूल नहीं गया है. पैरेंट्स को लगता है कि जब वह स्कूल जाएगा तो उसका नॉलेज और ज्यादा बढ़ेगा. हालांकि वह अव्यान के फ्यूचर को लेकर ज्यादा नहीं सोचते. अव्यान के पेरेंट्स का कहना है कि वो आगे जाकर वही बनेगा जो वो बनना चाहता है.