
हरियाणा के सोनीपत की 77 साल की 'देसी दादी' इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं. गांव हुल्लाहेड़ी की रहने वाली सबों दादी की फिटनेस और जज्बा देखकर गांव वाले ही नहीं, इंटरनेट भी हैरान है. उम्र भले ही 77 की हो, लेकिन दादी का जोश और आत्मविश्वास 27 वाले युवाओं को भी पीछे छोड़ दे.
10 साल की उम्र से तैराकी की शुरुआत
दादी सबों ने बताया कि उन्होंने 10 साल की उम्र में गांव की नहर में तैराकी शुरू की थी और तब से ये दिनचर्या का हिस्सा बन गया. वह आज भी सुबह उठकर तैराकी करती हैं, कसरत करती हैं और देशी तरीके से खुद को फिट रखती हैं. उनके मुताबिक, देसी खानपान और मेहनत ही उनकी सेहत का असली राज है.
गंगा पार कर चुकी हैं
सबों दादी के अनुसार, उन्होंने गंगा नदी भी पार की है और अब तक तीन लोगों को डूबने से बचा चुकी हैं. यह किस्से अब गांव के बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं.
पोते के साथ करती हैं अभ्यास
दादी के पोते चिरांग ने कुछ दिन पहले दादी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाला था, जिसमें दादी तैरते और एक्सरसाइज़ करती दिख रही हैं. वीडियो वायरल होते ही लोग दादी को ‘फिटनेस आइकन’ और 'देसी मोटिवेशन' कहने लगे.
देसी खाना और देसी सोच है फिटनेस का असली फॉर्मूला
दादी कहती हैं, “आज की पीढ़ी फास्ट फूड और मोबाइल में उलझी है. देसी घी, सरसों का तेल, हरी सब्जी और शुद्ध गेहूं खाना ही असली जीवनशैली है.” दादी के बेटे संदीप बताते हैं कि उनके घर पर गेहूं अलग से बोया जाता है, जिससे मां और पोते दोनों के लिए खास खाना बनता है.
गांव में मिसाल बनीं सबों दादी
आज जब उम्र के इस पड़ाव में लोग चलने से भी कतराते हैं, सबों दादी तैराकी, व्यायाम और देसी जीवनशैली की मिसाल बन चुकी हैं. गांव वाले उन्हें देखकर प्रेरणा लेते हैं, और सोशल मीडिया पर लोग उन्हें "हरियाणा की फिटनेस क्वीन" कहकर सलाम कर रहे हैं.