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मेटा ने सुपरइंटेलिजेंस से निकाला 600 लोगों को, तो इस भारतीय कंपनी ने लपका मौका हायरिंग का... दे रही करोड़ों का पैकेज

मार्क जुकरबर्ग के नेतृत्व वाली कंपनी ने अपने AI डिवीजन ‘Superintelligence Labs’ से करीब 600 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया. ऐसे में इस भारतीय कंपनी ने इन लोगों को हायर करने का परफेक्ट मौका पाया और करोड़ों का पैकेज देने का ऐलान कर दिया.

टेक्नोलॉजी की दुनिया में छंटनी (Layoffs) अब कोई नई बात नहीं रही. लेकिन जब ये झटका Meta जैसी दिग्गज टेक कंपनी देती है, तो इसका असर पूरी इंडस्ट्री में महसूस होता है. हाल ही में मार्क जुकरबर्ग के नेतृत्व वाली कंपनी ने अपने AI डिवीजन ‘Superintelligence Labs’ से करीब 600 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया. लेकिन कहते हैं न कि हर संकट अपने साथ एक नया अवसर लेकर आता है. इस बार यह अवसर लेकर आए हैं एक भारतीय मूल के उद्यमी जिनका नाम सुदर्शन कामत है.

भारतीय स्टार्टअप का Meta कर्मचारियों को मौका
अमेरिका स्थित ‘Smallest AI’ नाम के स्टार्टअप ने मेटा से निकाले गए कर्मचारियों के लिए एक अनोखी पहल की है. कंपनी ने ‘X’ पर निकाले गए लोगों को नौकरी का खुला ऑफर दिया है. वह Meta की AI टीम से जुड़े एक्सपर्ट्स को हायर करना चाहते हैं. खासतौर पर Speech Evaluation, Speech Generation, और Full Duplex Speech-to-Speech Technology के सेक्टर के अनुभवी लोगों को.

करोड़ों के बंट रहे सैलरी पैकेज
सुदर्शन कामत की कंपनी $2,00,000 से $6,00,000 सालाना तक की बेस सैलरी देने को तैयार है. यानी भारतीय करंसी में करीब ₹1.75 करोड़ से ₹5.26 करोड़ तक. इतना ही नहीं, कर्मचारियों को इक्विटी ऑप्शन्स और कई पर्क्स भी मिलेंगे. सुदर्शन का कहना है कि हम ऐसे लोगों को अपनी टीम में चाहते हैं जो सिर्फ स्मार्ट नहीं बल्कि जुनूनी भी हों.

कौन हैं सुदर्शन कामत?
‘Smallest AI’ के फाउंडर सुदर्शन कामत खुद को “Global Citizen” बताते हैं. उनके बायो में लिखा है कि वे “मृत्यु जैसी अबूझ पहेलियों को सुलझाने” की कोशिश में हैं. उनका लक्ष्य सिर्फ एक कंपनी बनाना नहीं, बल्कि AI के भविष्य को मानवीय दिशा देना है.