
सोशल मीडिया अकसर ये दावा किया जाता है कि पानी में नींबू डालकर कमरे में रखने से हवा शुद्ध हो जाती है. कई लोग इसे अपनाते भी हैं और मानते हैं कि इससे कमरे में ताजगी बनी रहती है, बदबू कम होती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या वाकई नींबू वाला पानी हवा को साफ कर सकता है?
क्या नींबू से कमरे में ताजगी आती है?
नींबू में साइट्रस फ्रेशनेस होती है. जब आप नींबू को काटकर पानी में डालते हैं, तो उसमें से सिट्रल और लिमोनीन जैसी खुशबूदार गैसें बाहर निकलती हैं. यही गंध कमरे में फैलती है और हमें ताजगी का अहसास कराती है. यही वजह है कि कई लोग इसे 'हवा साफ करना' मान लेते हैं, जबकि असल में यह सिर्फ नींबू की खुशबू का असर होता है.
क्या नींबू में एंटीबैक्टीरियल ताकत होती है?
वैज्ञानिक रिसर्च बताती हैं कि नींबू में कुछ हद तक एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, खासकर इसके तेल में. नींबू का एसेंस वातावरण में मौजूद कुछ बैक्टीरिया को कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन यह प्रभाव बहुत कम समय के लिए होता है और पूरे कमरे की हवा को शुद्ध करने के लिए पर्याप्त नहीं है.
वैज्ञानिक क्या कहते हैं?
AIIMS और IIT जैसे संस्थानों के विशेषज्ञ मानते हैं कि नींबू-पानी की खुशबू से माइंड फ्रेश हो सकता है, लेकिन इसे वैज्ञानिक रूप से हवा का 'प्यूरिफायर' कहना सही नहीं होगा. असली एयर प्यूरीफायर HEPA फिल्टर या प्लांट-बेस्ड सॉल्यूशंस जैसे स्पाइडर प्लांट या एलोवेरा ज्यादा असरदार हैं.
कई बार ऐसी देसी चीजें प्लेसिबो इफेक्ट की तरह काम करती हैं यानी हम मानते हैं कि यह असर कर रही है, तो दिमाग उसी अनुसार प्रतिक्रिया देता है. नींबू की खुशबू मूड को बेहतर बना सकती है, तनाव घटा सकती है और वातावरण को हल्का-फुल्का महसूस करा सकती है, लेकिन हवा को "टॉक्सिन-फ्री" नहीं कर सकती. मतलब ये कि नींबू का असर आपके मूड पर होता है, हवा पर नहीं.
ताजगी के लिए ठीक है नींबू, हवा शुद्ध नहीं होती
अगर आप नींबू वाला पानी कमरे में रखकर सिर्फ ताजगी चाहते हैं, तो यह तरीका ठीक है लेकिन अगर आपका यह सोचकर कमरे में नींबू और पानी रखते हैं कि इससे हवा साफ हो जाएी तो यह मान्यता गलत है. इसके लिए आपको असली एयर प्यूरीफायर या अच्छे वेंटिलेशन की जरूरत होगी. तो अगली बार नींबू पानी कमरे में रखें, लेकिन इस उम्मीद में नहीं कि इससे बैक्टीरिया भाग जाएंगे.